प्रतिनिधि, कांके.
आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में मंगलवार को पिठोरिया में आजसू मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण का जिन विचारधाराओं के लिए हुआ, वह कहीं दिखाई नहीं दे रहा है. झारखंड आंदोलन के मूल में जल, जंगल व जमीन की रक्षा के लिए दिशोम गुरु ने आवाज उठायी थी. लेकिन हेमंत सरकार गुरुजी के विचारों से भटक चुकी है. किसानों व विस्थापितों पर आंसू गैस के गोले और लाठी चला रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. किसानों और विस्थापितों के लिए आजसू पार्टी संघर्ष तेज करेगी. युवा पीढ़ी को आगे आकर अपने हक के लिए एक आंदोलन करना होगा. ऐतिहासिक गांव पिठोरिया सुतियांबे से आंदोलन की शुरुआत हो रही है. वहीं प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि झारखंड की दिशा व दशा बदलने की लिए आजसू आंदोलन की शुरुआत झारखंड आंदोलनकारी, इतिहासकार और बौद्धिक अगुआ रहे डॉ बीपी केसरी की जन्मस्थली से की जा रही है. इस अवसर पर नकुल महतो के नेतृत्व में दर्जनों युवकों ने आजसू का दामन थामा. मौके पर हसन अंसारी, बिरेंद्र तिवारी, हकीम अंसारी, मोजिबुल रहमान, प्रवीण प्रभाकर, राजेंद्र मेहता आदि मौजूद थे.फोटो, मिलन समारोह में उपस्थित सुदेश कुमार महतो व अन्य.B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

