रांची. छोटानागपुर सांस्कृतिक संघ की ओर से रातू रोड स्थित होटल राज रेसीडेंसी में एक सांस्कृतिक गोष्ठी हुई. यह आयोजन संस्था के अध्यक्ष व शिक्षाविद डॉ रामप्रसाद के आकस्मिक निधन उपरांत उनके स्मृति में की गयी. गोष्ठी में झारखंड का सपना कितना पूरा, कितना अधूरा विषय पर वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे. मुख्य अतिथि राज्य सभा सदस्य डॉ महुआ माजी उपस्थित रही. गोष्ठी को पद्मश्री मुकुंद नायक, मधु मधु मंसूरी, राकेश रमण, मनपूरन नायक, डॉ सचि कुमारी, डॉ शांति खलखो, वंदना टेटे, डॉ वीरेंद्र महतो, डॉ कोर्नलियुस मिंज, डॉ रणधीर कुमार, बिनोद ठाकुर, सुनील कुमार जयसवाल, शांति कुमारी संवैया, राजेंद्रकांत महतो ने संबोधित किया. सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनैतिक शिक्षा के केंद्र धुमकुड़िया को नये स्वरुप में जीवित करने की आवश्यकता है. भाषा एवं संस्कृति को बचाने के लिए भाषा, साहित्य व ललित अकादमी की स्थापना एक अच्छी पहल है परंतु भाषायी पढ़ाई सिर्फ नौकरी पाने की लालसा तक ही नहीं बल्कि अपनी पहचान को बचाये रखने के लिए होनी चाहिए.
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