ग्रामीणों का कहना था कि तीन दिसंबर को बबली की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. उसी दिन परिजनों ने थाने में विद्यालय के वार्डेन, शिक्षक व गार्ड के खिलाफ प्राथमिकी करायी थी, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. स्कूल प्रबंधन ने मृतक के कपड़ों व सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ की है. कमरे का दरवाजा भी प्रशासन और परिजनों के पहुंचने से पहले ही टूटा हुआ था. इसलिए सबसे पहले आरोपियों की गिरफ्तारी हो और पुलिस निष्पक्ष जांच करे.
ग्रामीणों ने कहा छात्रा की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया है. पुलिस पदाधिकारियों ने ग्रामीणों की सभी मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. घेराव कार्यक्रम का नेतृत्व जयपुर मुखिया सुनीता कच्छप, पंसस फूलकुमारी देवी, महानगर कांग्रेस अल्पसंख्यक कमेटी के अध्यक्ष अख्तर अली, सदर आजाद हुसैन ने किया.