कहा गया कि संताली समुदाय के लिए बोकारो के ललपनिया स्थित लुगु बुरू पहाड़ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक श्रद्धा का स्थल है. मान्यता है कि लुगू बाबा संथाली समाज के जनक हैं. उनमें दैवीय शक्तियां हैं, जिससे वे कोई भी रूप धारण कर सकते हैं. यह उनका सबसे प्रमुख तीर्थ स्थल है.
यहां राज्य के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी संताली समाज के लोग जुटते हैं. अपनी रीति-रिवाज के साथ पूजा करते हैं. अपनी संस्कृति को बढ़ावा देते हैं. विभागीय सचिव गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में ललपनियां में होनेवाले दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन लुगू बुरू घांटा बाड़ी धोरोम गाढ़ की तैयारियों की जानकारी मीडिया को दे रहे थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत राज्य के भीतर स्थित धार्मिक स्थलों पर यह सुविधा दी जा रही है. इसमें ऐसे लोग भी शामिल हो सकते हैं, जो खुद से यहां आने में अक्षम हैं.
संबंधित जिला उपायुक्त से मिल कर इसमें शामिल होने का आग्रह कर सकते हैं. जिला उपायुक्त उनके लिए यह सुविधा उपलब्ध करायेंगे. आनेवाले वर्षों में इसमें और सुविधाएं बढ़ायी जायेंगी, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और वे आसानी से अपने धार्मिक स्थल आ जा सकें. सरकारी खर्च पर उन्हें सारी सुविधा दी जायेगी. श्रीमती खरे ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में स्थित आदिवासी समाज के सभी धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. उनकी श्रद्धा के स्थलों की सुध राज्य सरकार ले रही है. आदिवासी समाज अपनी परंपरा और रीति-रिवाज का निर्वहन संस्कृति के अनुरूप कर सके, इसके लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित है.