विद्यार्थियों ने 16 केवीके की नियुक्ति में 10 पदों पर वेटनरी कॉलेज के विद्यार्थियों को भी शामिल करने की बात कही. विद्यार्थियों ने कहा कि वे लोग अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे. विवि प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कॉलेज को अनिश्चितकालीन बंद कर हॉस्टल से निकाल दिया है. वे लोग रातभर यूं ही भटकते रहे.
प्रधान सचिव ने विद्यार्थियों की बातें सुनने के बाद आश्वासन दिया कि वह कैंपस में शांति बहाल कराने का प्रयास करते हुए उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे. राजभवन के समक्ष एकत्रित विद्यार्थियों ने कहा कि राज्यपाल से उनलोंगों को काफी उम्मीदें हैं. वे लोग वापस हॉस्टल जाना चाहते हैं, लेकिन अभी उनलोगों के पास कोई अॉप्शन नहीं है. इसलिए जब तक न्याय नहीं मिल जाता है, वे लोग राजभवन के समक्ष ही बैठेंगे. विद्यार्थी राजभवन के समक्ष ही धरना पर बैठे हुए थे. शाम में विधायक अमित महतो पहुंचे अौर विद्यार्थियों से बात की. इसके बाद कुलपति डॉ पी कौशल से दूरभाष पर बात की. विधायक ने कुलपति से विद्यार्थियों को यथाशीघ्र वापस हॉस्टल में बुलाने की बात कही. इस पर कुलपति ने आश्वासन दिया कि एक-दो दिनों में विद्यार्थियों को वापस बुलाने का प्रयास करेंगे.
इस बीच गुरुवार को वेटनरी कॉलेज का कार्यालय खोल दिया गया अौर कामकाज सुचारू रूप से चालू कर दिया गया. हालांकि प्रथम वर्ष के छात्रों ने भी गुरुवार को हॉस्टल खाली कर दिया, उन्हें 14 सितंबर की सुबह आठ बजे तक हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया गया था. वेटनरी कैंपस में गुरुवार को भी पुलिस बल व मजिस्ट्रेट तैनात थे. इधर, राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू से प्रदीप कुमार हेंब्रम के नेतृत्व में एग्रीकल्चर कॉलेज के भी विद्यार्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला अौर अपनी मांगों से संबंधित जानकारी दी.