पाकुड़ : जिले में क्रिसमस पर्व की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. क्रिसमस को लेकर जिला मुख्यालय के जिदातो मिशन, धनुषपूजा मैथोडिस्ट चर्च के अलावे तिलभिट्टा, सोनाजोड़ी, पोचाथोल, हिरणपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित संत लुक्स, तोड़ाई, लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सठिया, डहरलंगी, धरमपुर, शहरघाटी, अमड़ापाड़ा प्रखंड के गुमामोड़, पाकुड़िया प्रखंड के बेलपहाड़ी, हरीपुर, जुगड़िया, बासेतकुंडी, सापादाहा, हरीपुर, महेशपुर प्रखंड के हाथीमारा, चंद्रपुरा, देवपुर, जियापानी, बेलपहाड़ी, अभुआ, दुमकाडांगा आदि गिरजाघरों की साफ-सफाई एवं रंग रोगन का कार्य पूरा किया गया.
क्रिसमस को लेकर 25 दिसंबर को गिरजाघरों में बाइबिल पाठ एवं सामूहिक प्रार्थना की भी तैयारी पूरी कर ली गयी है. क्रिसमस त्योहार को लेकर जिले में इसाई धर्मावलंबियों के बीच खासा उत्साह देखा जा रहा है. पर्व को लेकर जिला मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालय के बाजारों में खास चहल-पहल दिखी. जिला मुख्यालय के धनुषपूजा चर्च में पास्टर रौशन हांसदा अपराह्न 12 बजे, जिदातो चर्च में पास्टर इमानवेल चित्रकार, हिंदी में 9 बजे एवं पास्टर अतिन कुमार विश्वास बंगला में पूर्वाह्न 11 बजे, जिदातो केथोलिक चर्च में डीएस रेवरेंट इमानुएल चित्रकार पूर्वाह्न 10 बजे सामूहिक प्रार्थना एवं बाइबिल पाठ करायेंगे.
1 दिसंबर से दीप्ति उत्सव
प्रभु यीशु के आगमन की तैयारी को लेकर इसाई धर्मावलंबियों द्वारा एक दिसंबर से ही दीप्ती उत्सव के रूप में मनाना शुरू कर दिया जाता है. डीएस रेवरेंट इमानुएल चित्रकार ने बताया कि इसाई धर्मावलंबियों द्वारा बीते एक दिसंबर की संध्या से ही दीप्ती उत्सव, कैंडल जुलूस तथा घर-घर जा कर प्रार्थना आदि किया जाता है. उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर की संध्या को क्रिसमस इव मनाया जाता है. यानि खामोश रात्रि के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु उद्धारक के रूप में इस पृथ्वी पर आये थे. उन्होंने आपसी भाईचारे का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर को अमृतवाणी, बाइबिल पाठ व उपदेश सुनाया जायेगा.