ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर किया सड़क जाम
महेशपुर : प्रखंड के किरता गांव के निकट सोमवार को सैकड़ों ग्रामीण क्षतिग्रस्त हुए मकान के मुआवजे की मांग को लेकर सुबह नौ बजे से पाकुड़-महेशपुर मुख्य सड़क को घंटों जाम कर दिया.
इस क्रम में सड़क जाम हटाने बतौर दंडाधिकारी सड़क जाम को हटाने के लिए बतौर दंडाधिकारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ज्ञान शरण राय तथा एएसआइ उमाशंकर तथा आरबी शुक्ला सुबह 11 बजे ही जाम स्थल पर पहुंचे. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों को बंधक बना लिया. पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में तीनों अधिकारी ग्रामीणों के कब्जे में करीब चार घंटे तक रहे.
मौके पर पहुंचे एसडीओ
मामले की सूचना मिलते ही एसडीओ शशि प्रकाश झा, डीएसपी दिनेश रजक, बीडीओ जियाउल अंसारी, पुलिस निरीक्षक राम सरेक राय जाम स्थल पर पहुंचे तथा आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया. सड़क जाम कर रहे ग्रामीण पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
एसडीओ ने सुभाष चंद्र के क्षतिग्रस्त मकान के लिए ईंट, बालू व छड़ सहित आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया. एसडीओ ने बीडीओ को इंदिरा आवास योजना का लाभ भी मुहैया कराने की बात कही. एसडीओ के आश्वासन के बाद शाम करीब 4.30 बजे सड़क
जाम हटा.
करीब आठ घंटे आवागमन ठप
सड़क जाम के कारण पाकुड़-महेशपुर मुख्य सड़क पर दुपहिया व चरपहिया वाहनों का परिचालन सुबह नौ बजे से शाम 4.30 बजे तक पूरी तरह ठप रहा. सड़क जाम का नेतृत्व ग्राम प्रधान रामेश्वर मरांडी व साइमन मुमरू कर रहे थे.
ग्रामीणों ने बताया कि दो मई को अपनी मांगों को लेकर सड़क जाम किया गया था तथा पांच मई तक प्रशासन द्वारा उसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था. मांगें पूरी नहीं होने के कारण उन्हें सड़क जाम करना पड़ा. ज्ञात हो कि दो माह पूर्व बालू से लदे ट्रक से सुभाष चंद्र के घर के क्षतिग्रस्त हो गया था तथा नसीम मियां बुरी तरह जख्मी हो गये थे.