प्रतिनिधि, खूंटी.
भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार के नजदीक आते ही राखी का बाजार सज गया है. शहर की गलियों में राखियों की दुकानों में अभी से ग्राहक उमड़ रहे हैं. रंग-बिरंगी राखियों से सजे बाजार में खरीदारों की भीड़ जुटने लगी है. इस बार राखियां महंगी जरूर हुई हैं, फिर भी लोगों में खरीदारी को लेकर उत्साह कम नहीं है. थोक व्यापारियों के अनुसार, इस बार राखी के निर्माण में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल महंगा हो गया है. विशेष रूप से मोती, स्टोन और सजावटी आइटम, जो अधिकतर चीन और अन्य देशों से आते हैं, उनके आयात में कमी आयी है. इसके कारण राखियों के दाम में 20 से 25 रुपये तक की वृद्धि दर्ज की गयी है. वहीं ट्रांसपोर्ट की लागत भी बढ़ गयी है. जिसका सीधा असर राखी की कीमतों पर पड़ा है. दिल्ली-कोलकाता से भी समय पर माल नहीं मिल रहा है. नेताजी चौक के राखी थोक विक्रेता राजकुमार साहू बताते हैं कि इस बार दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े सप्लाई केंद्रों से भी समय पर माल नहीं मिल रहा है. देश के विभिन्न शहरों में रहनेवाले भाइयों के लिए बहनें डाक, कूरियर और ऑनलाइन माध्यमों से राखियां भेज रही हैं. ऑनलाइन खरीदारी बढ़ने से स्थानीय बाजार पर कुछ असर जरूर पड़ा है.15 से 500 रुपये तक की राखियां :
बाजार में इस बार 15 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की राखियां उपलब्ध है. भाई-भाभी के लिए डिजाइनर सेट, बच्चों के लिए कार्टून और लाइटिंग वाली राखियां, स्टोन से जड़ी ब्रेसलेट राखियां और रेशम डोरी धागे से बनी परंपरागत राखियां सभी को लुभा रही हैं. स्टोन राखियों की खास मांग बनी हुई है. जबकि म्यूजिकल राखियों ने भी बच्चों को आकर्षित किया है. राज कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों व दूरदराज के दुकानदारों ने भी खरीदारी शुरू कर दी है. कई व्यापारी एक-दो महीने पहले ही ऑर्डर देकर स्टॉक मंगा लेते हैं, ताकि त्योहार के समय पर माल की किल्लत नहीं हो.राखियों की कीमतें प्रति पीस :
भैया-भाभी राखी सेट- 35 से 250 रुपयेभाभी लुंबा राखी 30 से 80 रुपये
राखी 2 रुपया से 450 रुपयेकिड राखी 10 से 70 रुपये
स्टोन राखी 10 से 500 रुपयेब्रेसलेट राखी 100 से 200 रुपये
रेशम डोरी राखी 5 से 30 रुपयेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

