खूंटी. छत्तीसगढ़ के दुर्ग में दो सिस्टर को गिरफ्तार करने और तीन आदिवासी लड़कियों को प्रताड़ित किये जाने के विरोध में रविवार को खूंटी में ऑल चर्चेस कमेटी के द्वारा मौन जुलूस निकाला गया. जुलूस में खूंटी, मुरहू, सायको, मारंगहादा, अड़की, कर्रा, रनिया, मेरोमगुटू, तोरपा, रांची, जमशेदपुर, तमाड़ सहित अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. जुलूस की शुरुआत कचहरी मैदान में जीईएल चर्च के पादरी ओबेद सोरेन के द्वारा प्रार्थना कर की गयी. जुलूस कचहरी मैदान से निकल कर भगत सिंह चौक, डाक बंगला रोड, नेताजी चौक होते हुए लोयोला हॉस्टल मैदान में आकर समाप्त हुआ. इस दौरान सभी हाथों में बैनर और तख्ती लेकर दुर्ग की घटना का विरोध किया. सभा में अपने संबोधन में बिशप जोसेफ संगा ने कहा कि परमेश्वर ने हमें सेवा के लिए चुना है. इसलिए हम सभी को आपसी भाईचारा बना कर चलना है. जिससे हमारे जीवन में कामों के द्वारा शांति बनी रहे. उन्होंने कहा कि जुलूस का उद्देश्य शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बातों को रखना है. जिससे ऐसी घटना आगे नहीं हो. सभा को बिरसा मुंडा, फ्रांसिस जेवियर बोदरा सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन विल्सन बोदरा ने किया. आयोजन में मुख्य रूप से आरसी चर्च के बिशप विनय कंडुलना, ऑल चर्चेस कमेटी के अध्यक्ष जेवियर बोदरा, सचिव अमर पूर्ति, बसंत आइंद, फादर हीरालाल, पादरी पतरस हुन्नी पूर्ति, पादरी जेम्स कंडुलना, पादरी मार्शलन तिड़ू, जोहन हेरेंज, मार्शला बारला, मार्टिन नाग, प्रसन्न कुमार देमता, प्रभुसहाय तोपनो सहित विभिन्न महिला समिति, युवा समिति और अन्य उपस्थित रहे.
हाथों में बैनर और तख्ती लेकर दुर्ग की घटना का विरोध किया
प्रदर्शन. खूंटी में जुटे रांची सहित प्रदेश भर के मसीही समाज के लोग B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

