Jamshedpur News :
एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो माह पूर्व वार्ड की खिड़की से कूदकर एक मरीज की आत्महत्या के बाद प्राचार्य द्वारा सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया था. इसके तहत 500 बेड वाले नये अस्पताल भवन के प्रथम से सातवें तल्ले तक सभी खिड़कियों पर सुरक्षा ग्रिल लगाये जाने की अनुशंसा की गयी थी, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. प्राचार्य डॉ. डी. हांसदा ने घटना के बाद कार्यपालक अभियंता, झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड को पत्र लिखकर ग्रिल लगाने की मांग की थी. पत्र में उन्होंने उल्लेख किया कि गंभीर या मानसिक रूप से बीमार मरीज ऊपरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर लेते हैं, जिससे अस्पताल प्रबंधन को कानूनी उलझनों का सामना करना पड़ता है. इसके बावजूद दो माह बीत चुके हैं और अभी तक भवन की किसी भी मंजिल पर ग्रिल नहीं लगायी गयी है. अस्पताल प्रबंधन को आशंका है कि यदि समय रहते सुरक्षा इंतजाम नहीं किये गये, तो किसी भी वक्त दोबारा अनहोनी हो सकती है. प्राचार्य ने दोबारा आग्रह किया है कि यदि पूर्व प्राक्कलन में इस मद का प्रावधान न हो, तो नये सिरे से प्राक्कलन तैयार कर जल्द से जल्द ग्रिल लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

