बजट और सहूलियत के हिसाब से लोग
मूर्ति से लेकर मिठाई तक की कर रहे खरीदारी
Jamshedpur News :
धनतेरस और दीपावली को लेकर जमशेदपुर का बाजार रोशनी और रंगों से जगमगा उठा है. साकची, बिष्टुपुर, कदमा और मानगो जैसे प्रमुख बाजारों में शुक्रवार को सुबह से ही खरीदारी को लेकर रौनक देखी गयी. दुकानों पर पूजन सामग्री, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, दीये, घरौंदे और सजावट की चीजें सजी हैं. लोग शुभ मुहूर्त में खरीदारी के लिए उमड़ रहे हैं. किसी के हाथ में बर्तन हैं तो कोई आभूषण या मिठाई लेकर लौट रहा है.लोगों का मानना है कि धनतेरस पर की गयी खरीदारी पूरे साल के लिए शुभ मानी जाती है. यही कारण है कि शहर के लगभग सभी बाजारों में ग्राहक लगातार बढ़ रहे हैं.
मिठाई बाजार में भी गर्मी, सूखी मिठाई की अधिक मांग
साकची जलेबी लाइन के मिठाई विक्रेता रवींद्र सिंह भाटिया बताते हैं कि दीपावली में इस बार सूखी मिठाइयों की मांग ज्यादा है. लोग लड्डू, खाजा, गजा, मुरब्बा, गुजिया और नमकीन जैसी टिकाऊ मिठाइयां पसंद कर रहे हैं. ग्राहकों की सुविधा के लिए गिफ्ट पैकेट और वजन के अनुसार भी बिक्री की जा रही है. त्योहार के दस दिन पहले से ही मिठाई की खरीदारी का सिलसिला शुरू हो गया है.मिठाईयों की कीमतें (रु/किग्रा):
नारियल लड्डू- 400 रु किग्रामेहिनदाना लड्डू- 180 रु किग्रा
मीडियम दाना- 160 रु किग्रागाजा- 160 रु किग्रा
बालुसाई- 160 रु किग्राखाजा- 160 रु किग्रा
बेसन लड्डू(प्लेन)- 220 रुमुरब्बा- 180 रु किग्रा
गुजिया- 200 रु किग्रामिक्स खोया- 300 रु किग्रा
पूजा सामग्री और दीयों पर महंगाई की मार
त्योहार के मौसम में महंगाई ने लोगों की जेब पर असर डाला है. पूजा के लिए नारियल 40-50 रुपये तक बिक रहा है, जबकि मिट्टी की मूर्तियों की कीमत 300 रुपये से शुरू होकर 350 रुपये तक पहुंच गयी है. छोटी मूर्तियां 80-110 रुपये में मिल रही हैं. विक्रेता बेणुधर मल्लिक के अनुसार, बारिश के कारण इस बार कई कुम्हार मूर्तियां नहीं बना पाये, इसलिए अधिकांश सामान कोलकाता से मंगवाये गये हैं.अन्य वस्तुओं की दरें:
दीया – 12 से 20 रु/दर्जनडिजाइनर दीया – 10 रु/पीसपूजा थाली – 50 से 250 रुपूजन सामग्री पैकेट – 150 रु से शुरूतेल – 180 रु लीटरप्रसाद व चीनी मिठाई की बिक्री पैकेट में
अस्थायी दुकान लगाने वाले विक्रेता नंद दुलाल पोद्दार ने बताया कि चीनी के दाम बढ़ने से इस साल प्रसाद और मिठाइयों की कीमत में इजाफा हुआ है. ग्राहक ज्यादा पैसे खर्च न करें, इसलिए छोटी पैकिंग में सामान बेचा जा रहा है. इसके अलावा 50 रुपये में 250 ग्राम का पैकेट और 20 रुपये में लावा का छोटा पैकेट उपलब्ध है.दरें (रु/किग्रा):चीनी मिठाई – 160बताशा – 160लावा – 160
रंगोली, माला और सजावट में विविधता
विक्रेता सुकुमार के अनुसार, दीपावली की तैयारियों में घरों की सजावट के लिए रंगोली, माला, पूजन आसन और चुनरी की बिक्री खूब हो रही है. सभी बजट के हिसाब से सामान रखे गये हैं. ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए दुकानदारों ने सस्ती से लेकर प्रीमियम क्वालिटी तक का स्टॉक तैयार रखा है. लोग अपने बजट और सुविधा के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं.रेडीमेड रंगोली – 50 रु से शुरूरंगोली पाउडर – 150 रु प्रति पैकेट
माला – 10 से 150 रुचुनरी – 20 से 250 रु
मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की सबसे अधिक डिमांड
इस बार बाजार में मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की विशेष मांग है. प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां सस्ती हैं, लेकिन लोग पर्यावरण के प्रति सजग होते हुए मिट्टी की मूर्तियां ही पसंद कर रहे हैं. विक्रेता पिंकी के अनुसार, कोलकाता से लायी गयी मूर्तियों की कीमत 60 रुपये से शुरू होकर 350 रुपये तक है. सजावट वाली मूर्तियां 250 से 350 रुपये तक बिक रही हैं.त्योहार की रौनक के साथ बाजारों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गयी है. ग्राहक अपने बजट और जरूरत के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं. दीपावली से ठीक पहले शहर का माहौल पूरी तरह उत्सवी हो गया है. हर दुकान से आती खुशबू, हर गली की जगमगाहट और हर चेहरे पर उमंग ही बता रही है कि “धनतेरस की खरीदारी ने त्योहार की शुरुआत कर दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

