जमशेदपुर: टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग 27 फरवरी को होगी. इसमें चुनाव को एजेंडा बनाया गया है. एजेंडे में पहले श्रद्धांजलि दी जायेगी, साथ ही पुरानी मीटिंग की कार्यवाही की संपुष्टि के अलावा चार माह का एकाउंट पारित कराया जायेगा. तीनों प्रक्रिया पूरी करने के बाद चुनाव को एजेंडा में शामिल किया जायेगा. एजेंडा में चुनाव को शामिल करने से यह तय हो चुका है कि यूनियन चुनाव पर कोई न कोई फैसला लेगी.
वैसे सूत्र बताते हैं कि इस मीटिंग में हाउस से चुनाव को छह माह तक टालने के लिए इजाजत ली जायेगी, जो प्रक्रिया का एक हिस्सा है. हालांकि, इस बारे में कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है. दरअसल, अगर संविधान संशोधन इस बार पारित भी हो जाता है तो भी इस बार का चुनाव या कोई भी प्रक्रिया नये संविधान के तहत नहीं होगी, पुराने संविधान के तहत ही होगी.
चुनाव टालने की संभावना
संविधान के मुताबिक, चुनाव को लेकर कमेटी मीटिंग में प्रस्ताव लाना होता है. अगर चुनाव की संभावना नहीं बनती हो तो विशेष परिस्थितियों में इसको छह माह तक के लिए टाला जा सकता है, इसका लाभ हमेशा से उठाया जाता रहा है.