जमशेदपुर: मानगो के दाईगुट्टू में भाजपा नेता छोटू पंडित की हत्या मामले में फरार आरोपी विकास तिवारी ने एसएसपी आवास पर और वेद प्रकाश ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर किया. दोनों ने कुर्की जब्ती के भय से आत्मसमर्पण किया. वेद प्रकाश के सरेंडर की सूचना पर छोटू पंडित के परिवारवाले कोर्ट पहुंच गये. यहां वेद प्रकाश के अधिवक्ता के साथ उनकी बहस हुई. छोटू के परिवार वाले मौजूद पुलिस पर वेद को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहे थे. वहीं वेद प्रकाश के अधिवक्ता इसका विरोध कर रहे थे. अधिवक्ता के मुताबिक कोर्ट में सरेंडर की अर्जी दाखिल करने के बाद वेद कोर्ट में मौजूद हो चुका था.
ऐसे में उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता. वहीं वेद प्रकाश के बेटा फरार तेज प्रताप सिंह का पुलिस ने न्यायिक दंडाधिकारी विशाल गौरव की अदालत से कुर्की जब्ती का वारंट निर्गत कर लिया है. पुलिस तेज प्रताप सिंह के घर की बुधवार सुबह कुर्की करेगी. गौरतलब हो कि 29 अक्तूबर की शाम साढ़े चार बजे अपने घर में सीसीटीवी कैमरा लगवा रहे छोटू पंडित को काली मंदिर के पास बुलाकर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में मनीष पाठक के बयान पर मानगो थाना में विकास तिवारी, वेद प्रकाश, वेद प्रकाश का बेटा तेज प्रताप सिंह, मोहन सिंह व चंदन सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में दो दिन बाद मोहन व चंदन सिंह ने कोर्ट में सरेंडर किया था. पुलिस ने मोहन व चंदन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, लेकिन सुराग हाथ नहीं लगा.
विकास ने हत्या की बात स्वीकारी
एसएसपी आवास पर सरेंडर के बाद विकास तिवारी को सोनारी थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है. एसएसपी अनूप टी मैथ्यू समेत हत्याकांड से जुड़े सभी पुलिस पदाधिकारी ने विकास से पूछताछ की. एसएसपी ने बताया कि विकास ने छोटू पंडित की हत्या की बात स्वीकारी है. आपसी रंजिश को लेकर हत्या की बात उसने कही है. उसने बताया है कि छोटू ने उसके घर पर फायरिंग की थी. इसके अलावा छोटू उसे अकसर तंग करता था. इसे लेकर उसने कई बार छोटू को समझाया, लेकिन छोटू नहीं माना. 29 अक्तूबर को उसने फोन पर उसे काली मंदिर बुलाया. मंदिर के पास उसके साथ मारपीट हुई. इस बीच तेज प्रताप भी पहुंच गया. तेज के साथ भी मारपीट हुई. इस दौरान तेज और उसने मिलकर दो गोलियां मारी. पिस्टल तेज लेकर आया था. पुलिस पिस्टल बरामदगी में जुट गयी है.
हत्या के बाद जुगसलाई में छिप गया विकास : विकास ने बताया है कि छोटू की हत्या के बाद वह टेंपो से भागकर जुगसलाई गया. जुगसलाई में विकास तिवारी का ननिहाल है. वह जुगसलाई मकदम में एक जगह पर छिप गया. वहां उसने अखबार में घर की कुर्की जब्ती की खबर पढ़ी. इसके बाद उसने सरेंडर करने के लिए अधिवक्ता से संपर्क किया.
पास में मौजूद रुपये खत्म हो चुके थे : पुलिस को विकास ने बताया कि हत्या के बाद उसकी पॉकेट में 3600 रुपये थे. चार दिनों में उसकी जेब खाली हो गयी. उसके सामने सरेंडर के अलावा कोई चारा नहीं बचा. उसने पुलिस को बताया है कि हत्याकांड प्लानिंग में मोहन शामिल था, लेकिन चंदन का कोई लेना-देना नहीं है. राजू गुप्ता भी नहीं था. हालांकि घटना के बाद से राजू गुप्ता फरार है.
खाद्य आपूिर्त मंत्री सरयू राय मंगलवार को मानगो िस्थत छोटू पंडित के आवास पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि इस हत्याकांड में जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनपर कार्रवाई होगी. छाेटू पंिडत के परिवार की हर संभव मदद की जायेगी.

