जमशेदपुर: कोल्हान और रांची विश्वविद्यालय के साथ टाटा इंस्टीटय़ूट ऑफ सोशल साइंस ने सोमवार को एमओयू किया. रांची के आर्यभट्ट ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में एमओयू पर टाटा इंस्टीटय़ूट ऑफ सोशल साइंस की ओर से डायरेक्टर एस परशुरामन ने, जबकि कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से वीसी डॉ सलिल रॉय ने साइन किया. एमओयू के बाद अब कोल्हान विश्वविद्यालय के एनएसएस से जुड़े विद्यार्थियों को तीन साल की एक ट्रेनिंग दी जायेगी, जिसके जरिये वे किताबी ज्ञान के साथ-साथ इंडस्ट्रियल क्षेत्र से संबंधित योग्यता हासिल कर सकेंगे जिससे आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी. पहले चरण में कोल्हान विवि के 500 विद्यार्थियों को ट्रेंड किया जायेगा. यह लांग टर्म करार है जिसके तहत तीनों विश्वविद्यालयों ने तय किया है कि कुल 50500 विद्यार्थियों को स्किल्ड बनाना है.
उक्त कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास मंत्री गीता श्री उरांव भी उपस्थित थीं. उन्होंने कहा कि यह करार राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक माइल स्टोनसाबित होगा.
कोल्हान के चार कॉलेजों में होगी शुरुआत
कोल्हान विवि और टाटा इंस्टीटय़ूट ऑफ सोशल साइंस के साथ हुए करार से पहले तय था कि पहले चरण में कोल्हान के तीन और रांची विवि के दो कॉलेजों के साथ करार होना है. लेकिन अब पहले चरण में कोल्हान के चार कॉलेजों ग्रेजुएट कॉलेज, को ऑपरेटिव कॉलेज और एलबीएसएम कॉलेज तथा जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज को शामिल किया गया है.
एनएसएस की बढ़ेगी डिमांड
एमओयू के बाद अब प्रशिक्षण में शामिल होने के चलते एनएसएस की डिमांड बढ़ेगी.