गुमला : राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने राज्य के पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ विकास भवन में करीब डेढ़ घंटे तक सुरक्षा व्यवस्था पर बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि जनसहयोग से ही अपराध पर काबू पाया जा सकता है.
जब तक लोग सुरक्षित नहीं होंगे तब तक जिला का विकास नहीं हो सकता है. उन्होंने जिले में खास कर नक्सली संगठन भाकपा माओवादी, उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ, पहाड़ी चीता गिरोह सहित अन्य संगठनों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की. उन्होंने जिले के अधिकारियों को आदेश दिया कि सूचना तंत्र मजबूत कर अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलायें, ताकि लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास जागे. जब तक अभियंता व ठेकेदार भयमुक्त होकर क्षेत्र में नहीं जायेंगे तब तक विकास कार्य बाधित रहेगा.
उन्होंने गुमला के एसपी राकेश बंसल से अपराध के बारे में जानकारी ली. अपराध से संबंधित जितने भी कांड लंबित हैं उस पर त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया. साथ ही साथ भगोड़े अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया. बैठक में प्रभारी डीसी सह उप विकास आयुक्त पुनई उरांव से विकास के मुद्दे पर संक्षिप्त जानकारी प्राप्त की.
बैठक में डीडीसी ने कहा कि जिले में 12 प्रखंड है जिसमें एक प्रखंड बसिया में बीडीओ नहीं है. शेष प्रखंड में बीडीओ है. जिले में सीडीपीओ के 11 पद सृजित है उसके स्थान पर मात्र आठ कार्यरत है. जिले में चिकित्सकों का पद 97 सृजित है, जिसमें मात्र 62 चिकित्सक कार्यरत है. नर्स का पद भी रिक्त है.उसे भरने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है. मनरेगा के कर्मियों के सृजित पद को भरने का कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि दो माह पूर्व नक्सलियों ने चैनपुर प्रखंड कार्यालय को उड़ा दिया गया था. नया भवन के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. इसके अलावा सलाहकार ने आरइओ से संबंधित सड़क के बारे में जानकारी ली. कार्य की क्या प्रगति है. शिक्षा व स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली.
इस बैठक में डीजीपी राजीव कुमार, एडीजीपी रेजी डुंगडुंग, एसएस प्रधान, सीआरपीएफ के आइजी एमवी राव, डीआइजी शीतल उरांव, सीआइडी एसपी सुधीर कुमार झा, एसडीओ गिरिजा शंकर प्रसाद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुनील कुमार, सिविल सजर्न, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, विभिन विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी उपस्थित थे.