वरीय संवाददाता, धनबाद,
अगले तीन दिनों तक ऑनलाइन के बजाय मैनुअल माइनिंग चलाना निर्गत किया जायेगा. इसका असर कोयला ट्रांसपोर्टिंग पर पड़ सकता है. सूचना के मुताबिक जेम्स पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है. ऐसे में तीन दिनों तक कोयले की ढुलाई के लिए ऑनलाइन चालान निर्गत नहीं होगा. राज्य स्तर पर पत्र जारी कर मैन्युअल चालान निर्गत करने के निर्देश दिया गया है. इस दौरान कोल कंपनियों व व्यापारियों को परेशानी न हो, इसके लिए जिला खनन विभाग को आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. इस आलोक में शुक्रवार को चीफ एग्जीक्यूटिव जेम्स आइटी रांची के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी की गयी है. इसके मुताबिक 13 अप्रैल को अपराह्न एक बजे से 16 अप्रैल को सुबह आठ बजे तक सर्वर को सही होने में समय लग सकता है. इस दौरान ऑनलाइन के बजाय मैनुअल चालान के माध्यम से कोयल डिस्पैच होगा. जिला खनन कार्यालय से सभी को मैनुअल चालान निर्गत किये जायेंगे.
क्या है परेशानी का कारण :
सूचना के मुताबिक झारखंड राज्य डाटा सेंटर में मौजूदा फायरवॉल की आयु समाप्त हो चुकी है. जेएचएसडीसी में नये फायरवॉल खरीदे गये हैं. इसलिए पुराने फायरवॉल से नये फायरवॉल में माइग्रेट किया जाना है. किसी भी संभावित ब्रेकडाउन या सुरक्षा खतरों को रोकने के लिए यह माइग्रेशन गतिविधि बहुत महत्वपूर्ण और जरूरी है. माइग्रेशन प्रक्रिया के एक भाग के रूप में, जेएचएसडीसी को कम से कम तीन दिन का सर्वर डाउन रखने के लिए टाइम चाहिए. इसलिए इस माइग्रेशन के दौरान, झारखंड राज्य डाटा सेंटर से चलने वाली सभी सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी.