देवघर: 826 एकड़ देवघर भूमि घोटाले में शामिल अधिकारियों व कर्मियों पर सीबीआइ के साथ-साथ सरकार भी अपने स्तर से नकेल कसने की तैयारी कर रही है. सीबीआइ ने भूमि घोटाले से संबंधित दो प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें एक भूमि घोटाला व दूसरा अभिलेखागार चोरी कांड है. सीबीआइ ने प्राथमिकी में सरकारी व गैर सरकारी लोगों को आरोपित बनाया है.
शुरुआती दौर में सीबीआइ ने कई अधिकारियों के ठिकानों में छापेमारी की थी. इसके बाद अनुसंधान के दौरान कई आरोपित अधिकारियों व कर्मियों से पूछताछ हुई है.
इस बीच राज्य सरकार ने समय-समय पर आरोपित अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग भी की. सीबीआइ द्वारा हाइकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर करने के बाद सरकार अब उन अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई शुरू कर रही है. इस क्रम में चार आरोपित अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई भी हो चुकी है. आरोपितों पर सीबीआइ द्वारा चाजर्शीट दाखिल करने से पहले सरकार उन आरोपितों पर विभागीय कार्रवाई कर अपनी जवाबदेही पूर्ण करने की तैयारी कर रही है. चूंकि अभी भी भूमि घोटाला कांड के कई आरोपित अधिकारी सरकारी विभाग में विभिन्न जिम्मेवार पदों पर पदस्थापित है. हालांकि अभिलेखागार चोरी कांड में जेल गये आरोपित सरकारी कर्मियों को स्थानीय प्रशासन ने निलंबित कर दिया था व स्थानीय स्तर पर प्रपत्र ‘क’ गठन की प्रक्रिया भी शुरू की गयी थी.