बोकारो: पता नहीं आंदोलन में कौन रैयत हिस्सा ले रहे हैं, जबकि जिन रैयतों से हमने जमीन ली है उसमें से 90 फीसदी रैयत हमारे साथ हैं. वो चाहते हैं कि कंपनी शुरू हो. आज तक किसी रैयत ने आकर अपनी शिकायत मुझसे नहीं की. 600 रैयतों को नियोजन दिया जा चुका है. कुछ ट्रेनिंग ले रहे हैं. 800-900 रैयतों को कंपनी नियोजन देगी. इलेक्ट्रोस्टील के विरोध में जारी आंदोलन के बाद मंगलवार को इलेक्ट्रोस्टील के इडी (प्रभार) आरएस सिंह की यह कैफियत दे रहे थे. श्री सिंह होटल हंस रजेंसी में पत्रकारों के रूबरू थे.
आंदोलन से हम परेशान हैं : पूंजी को लेकर कंपनी की हालत किसी से छिपी नहीं. हम भला क्या किसी को मैनेज कर सकते हैं. बोकारो विधायक समरेश सिंह के हाल में हुए प्रदर्शन को कंपनी प्रायोजित होने की बात पर श्री सिंह ने यह कहा. कहा : आंदोलन कोई भी करे हम सभी से परेशान हैं. भला कोई खुद ही परेशान होने के लिए आंदोलन कैसे करा सकता है.
..तो कंपनी बंद हो जायेगी : आंदोलनों के कारण प्लांट का उत्पादन लेट हो रहा है. मुनाफा की बात तो दूर है बैंकों के कर्ज से कंपनी दबी जा रही है. ऐसा ही रहा तो कंपनी बंद भी हो सकती है. कंपनी अगर चलती है तो सालाना 200 करोड़ का टैक्स कंपनी सरकार को देगी. इसमें से आधा झारखंड को टैक्स के रूप में मिलेगा. यहां के 10,000 लोग सीधे और 70,000 लोग परोक्ष रूप से रोजगार पायेंगे. श्री सिंह ने कहा : अगर आज आंदोलन बंद हो जाये तो साल भर में कंपनी अपने पैरों पर खड़ी हो जायेगी. दो साल में स्थिति बेहतर हो जायेगी. हमारे पास इसके लिखित प्रमाण हैं कि प्रशासनिक वार्ता पर हम अमल करते हैं.