अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समाजिक संस्था मित्र हेल्दी ह्युमैनिटी की अनोखी पहल
Jamshedpur news/Ngo
Jamshedpur के Govindpur में बसे सनातनपुर ऐसा गांव है, जहां का हर घर महिलाओं के नाम से जाना जाता है. पहाड़ पर बसे छोटे से इस गांव के मकान के बाहर दीवार पर लगे Name plate पर Womens का नाम लिखे हुए है. महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल उस गांव को गोद लेकर वहां लगातार काम करने वाली सामाजिक संस्था Mitra healthy Humanity (NGo) ने पेश की है. आठ मार्च को International Womens Day के मौके पर सामाजिक संस्था मित्र हेल्दी ह्युमैनिटी ने गांव के हर घर के मुखिया के नाम पर महिला के नाम वाला नेमप्लेट लगाया है. संस्था की सचिव स्मिता कुमारी ने बताया कि Women empowerment तभी होगा जब महिलाओं के हाथ में जिम्मेदारी होगी. महिलाएं घर में वास्तविक मुखिया की भूमिका अदा करती है. लेकिन घर के सामने नाम पुरुषों का होता है. उन्होंने इस चलन को बदला. महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करने वाले मित्र हेल्दी ह्युमैनिटी एनजीओ ने गांव के सभी घरों के दीवारों पर महिलाओं के name का board लगाया है. ताकि महिलाएं पुरुषों के नाम से नहीं बल्कि खुद के नाम से पहचानी जा सके. एनजीओ की इस पहल से गांव की महिलाओं के साथ साथ पुरुष भी काफी प्रसन्न है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संस्था की ओर से गांव की सभी महिलाओं को सम्मानित भी किया गया.

इसलिए लिया ऐसा निर्णय :
संस्था की सचिव स्मिता कुमारी ने बताया कि वर्ष 2020 से उनकी संस्था इस गांव को गोद लेकर वहां छोटे छोटे कार्यक्रम का आयोजन करना शुरू किया. इस दौरान गांव की महिलाओं से मिल कर ग्रामवासियों के लिए कई कार्य किये. हालांकि गांव की कई महिलाएं नौकरी भी करती है. उन्होंने बताया कि जब भी एनजीओ द्वारा गांव में कार्यक्रम का आयोजन होता है, यह देखा जाता है कि गांव की महिलाएं काफी सक्रिय व उत्साहित होकर शामिल होती थी. महिलाओं की लग्न और सक्रियता को देख कर गांव के हर मकान का नाम महिला के नाम पर देने का निर्णय लिया गया. इस गांव में मात्र 18 home है. जिसकी आबादी करीब 125 के करीब है.

गांव की महिलाओं में खुशी की लहर :
घरों के सामने नेमप्लेट पर उनके नाम लिखे जाने से महिलाओं में खुशी की लहर है. गांव की महिलाओं ने बताया कि घरों के बाहर अब तक पुरुषों के नाम वाला बोर्ड ही देखा था. उन्हें इस बात की खुशी है कि अब महिलाओं को भी सम्मान मिलना शुरू हो गया है. इस नेक पहल के लिए उस क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य डा. पारितोष सिंह ने एनजीओ का आभार जताया है. डा. पारितोष ने बताया कि महिला और पुरुष दोनों मिलकर ही परिवार का संचालन करते हैं और घर के अधिकतर निर्णय महिलाएं ही लेती है. घर के मुखिया के रूप में महिला को ही जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. इस तरह से महिला सशक्तिकरण को मजबूत करने की दिशा में अच्छा कदम होगा.
