अमर नाथ शर्मा,सीवान. जिले के आठ हॉल्ट स्टेशनों के बंद होने का खतरा मंडरा रहा है.रेलवे की ओर से कॉमर्शियल अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गयी है. रेल सूत्रों के अनुसार रेल अधिकारियों ने सीवान -थावे रेल खंड के सीवान कचहरी,सीवान-मैरवा रेल खंड का करछुई व सीवान-मशरख रेलखंड का सागर सुल्तानपुर,बसंतपुर,बड़कागांव,सरहरी,बिशुनपुर महुआरी एवं महाराजगंज हॉल्ट का नाम सर्वे के बाद बंद करने का प्रस्ताव रेलवे को भेजा है. टिकट बिक्री को रेलवे की ओर से आधार बनाया गया है. रेल सूत्रों के अनुसार जहां शाखा लाइनों पर यात्रियों की औसत संख्या प्रतिदिन 25 से कम (बाहर की ओर) और मुख्य लाइनों पर प्रतिदिन 50 से कम (बाहर की र) है,उस हालत को बंद करने का प्रावधान है.सीवान- थावे रेलखंड पर सीवान कचहरी हॉल्ट की टिकट बिक्री संतोषप्रद मानी गयी है. बांकी हॉल्ट पर प्रतिदिन 10 से 20 टिकट का ही बिक्री होने की बात सामने आयी है. जिसे पूर्वोत्तर रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए उसे बंद करते हुए ट्रेनों का स्टॉपेज को भी बंद करने का आदेश दे दिया है. हालांकि रेलवे हॉल्ट के बंद करने से पहले आंतरिक जांच करा रहा है. रेलवे के सूत्रों ने बताया कि वाराणसी रेल मंडल के वाणिज्य प्रबंधक ने पूर्वोत्तर रेलवे के पत्र चार अगस्त के हवाले से कहा है कि अलाभकारी हाल्ट स्टेशनों की समीक्षा की जानी है. रेलवे ने सीवान जिले के 8 हॉल्ट स्टेशनों को टिकट बिक्री में कमी के कारण बंद करने का निर्णय लिया है. इन स्टेशनों से प्रतिदिन हजारों यात्री यात्रा करते हैं, लेकिन टिकट जांच की कमी के कारण अधिकांश यात्री बिना टिकट सफर करते हैं. रेलवे के इस निर्णय पर स्थानीय लोगों का कहना है कि टिकट बिक्री कम होने की जिम्मेदारी केवल यात्रियों की नहीं, बल्कि रेलवे की भी है. अगर ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर नियमित टिकट जांच की व्यवस्था होती, तो यात्री टिकट खरीदने को मजबूर होते. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि रेलवे टिकट जांच की व्यवस्था को मजबूत करे और स्टेशनों को बंद करने के बजाय सुविधाएं बढ़ाये बोले अधिकारी अभी किसी भी हॉल्ट स्टेशन को बंद करने की निर्णय नहींलिया गया है. .यह बात सही है कि कम टिकट बिक्री वाले स्टेशनों का सर्वे कराया गया था कि किस प्रकार टिकटों की बिक्री को बढ़ाया जाए.साथ ही उन स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ाई जायेगी ताकि टिकटों की बिक्री बढ़े. अशोक कुमार,जनसंपर्क अधिकारी,वाराणसी मंडल
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