सासाराम सदर. जिले में गुरुवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया. लोग भीषण गर्मी से बेहाल रहे. जिला प्रशासन ने भीषण गर्मी में बच्चों की सुरक्षा को लेकर आदेश जारी किया है. 16 और 17 मई को 11:30 बजे के बाद स्कूलों में पढ़ाई बंद रहेगी. जिले में पड़ रही भीषण गर्मी और दोपहर के समय तेज तापमान को देखते हुए रोहतास जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर बड़ा फैसला लिया है. जिला पदाधिकारी के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि 16 मई 2025 से 17 मई 2025 तक जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में पूर्वाह्न 11:30 बजे के बाद की सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक रहेगी. जारी आदेश में विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे इस अवधि में विद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों का पुनर्निर्धारण करें और आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें. यह आदेश जिले में बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर गर्मी के प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए लिया गया है.
डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि:
जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में इन दिनों डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. खासकर मजदूर, बाहरी काम में लगे लोग के अलावा बुजुर्ग और बच्चे इस मौसम में अधिक प्रभावित हो रहे हैं. तेज धूप और अस्थिर मौसम के कारण आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आइएमडी (भारतीय मौसम विभाग) की वेबसाइट पर जारी ताजा मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. 16 मई और 17 मई को दिन के समय तेज हवाएं चलने की संभावना है. वहीं, इस माह में किसी दिन तेज गरज-चमक के साथ बारिश के भी आसार हैं. 17 मई से 20 मई तक तापमान और बढ़ने की संभावना है. 17 और 18 मई को अधिकतम तापमान 42 डिग्री, जबकि न्यूनतम 38 डिग्री रहेगा. 19 और 20 मई को हल्की गिरावट के साथ तापमान 38-39 डिग्री तक रहने की संभावना जतायी जा रही है. वहीं, ह्यूमिडिटी का स्तर भी बढ़ रहा है, जो गर्मी के असर को और अधिक खतरनाक बना रहा है. 16 मई को ह्यूमिडिटी 58 प्रतिशत रहेगी, जो 20 मई तक बढ़कर 75 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है.गर्मी में अधिक पानी पीना जरूरीगर्मी और नमी दोनों मिलकर शरीर से पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) को तेजी से बढ़ाते हैं. सदर अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, डिहाइड्रेशन के मामले सामान्य से काफी ज्यादा सामने आ रहे हैं. अधिकतर मरीज मजदूर वर्ग के हैं, जो खुले में धूप में कार्य करते हैं और पर्याप्त पानी नहीं पी पाते है. इनमें से कई मरीज चक्कर आना, कमजोरी, अत्यधिक पसीना आना और उल्टी जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं.
घर से बाहर निकलते समय पानी की बोतल रखें साथविशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मौसम में खुद को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है. घर से बाहर निकलते समय पानी की बोतल साथ रखें. हल्के और ढीले कपड़े पहनें और सीधे धूप से बचें. मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक कोई विशेष चेतावनी नहीं दी गयी है. लेकिन तापमान और नमी के स्तर को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है. गर्मी और मौसम के इस बदलते रूख के बीच, आमजन को सावधानी बरतने और समय-समय पर शरीर में पानी की कमी पूरी करने की सलाह दी जा रही है. ताकि डिहाइड्रेशन जैसी गंभीर समस्या से बचा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है