सासाराम ग्रामीण. रविवार से वासंतिक नवरात्र प्रारंभ हो जायेगा. इसको जिले के प्रमुख देवी मंदिरों में तैयारी पूरी कर ली गयी है. नवरात्र के दौरान होने वाली शक्ति स्वरूपा देवियो की पूजा को लेकर सभी देवी मंदिरों में तैयारी पूरी की गयी है. नवरात्रि के पहले दिन हिंदू नववर्ष विक्रम नवसंवत्सर 2082 का भी शुभारंभ होगा. आज मंदिरों में पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी. यह देवी मनवांछित फल देने वाली हैं, सुबह मंत्रोच्चार के साथ सभी मंदिरों में आस्था की ज्योति जलनी प्रारंभ हो जायेगी. शहर के मां ताराचंडी, दिनारा के भलुनी धाम सहित प्रमुख देवी मंदिरों में नवरात्रि को लेकर विशेष तैयारियां चल रही हैं. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त चैत्र नवरात्रि के लिए कलश स्थापना के दो विशेष मुहूर्त निर्धारित किये गये है. प्रतिपदा के एक तिहाई समय में कलश स्थापना करना अत्यंत शुभ माना जाता है, जो 30 मार्च 2025 को सुबह 06:14 से 10:21 बजे तक है. दूसरा मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त, 30 मार्च 2025 को दोपहर 12:02 से 12:50 बजे तक है, जब कलश स्थापित किया जा सकता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, घटस्थापना का सर्वोत्तम समय प्रातःकाल होता है, जिसे चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दौरान किया जाता है. यदि इस समय चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग उपस्थित हो, तो घटस्थापना को टालने की सलाह दी जाती है. नवरात्र पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में शनिवार को दिनभर उत्साह रहा. लोगों ने पूजा के लिए कलश, नारियल, चुनरी, रोली, पान, घी, धूप बत्ती, अगरबत्ती, लांग, सुपारी, कपूर सहित पूजा में इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्री खरीदी की.
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