बिक्रमगंज. अंजबित सिंह महाविद्यालय बिक्रमगंज में चार दिनों तक छह प्रकार की प्रतियोगिताओं से सुसज्जित हिंदी पखवारे का समापन समारोह सह पुरस्कार वितरण कार्यक्रम मंगलवार को आयोजित हुआ. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो ओम प्रकाश राम ने कहा कि हिंदी केवल साहित्य की भाषा नहीं है, बल्कि यह तकनीक और रोजगार की भी भाषा है. आज के समय में हिंदी ने विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनायी है और यह युवाओं के लिए अवसरों के नये द्वार खोल रही है. समापन समारोह में हिंदी विभागाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक चंद्रशेखर ने भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाषा मनुष्यों को जोड़ने का सबसे सरल और आवश्यक माध्यम है. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि हिंदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है, जिसे पूरे भारत की राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाया जा सकता है, क्योंकि यह अधिकांश भारतीयों की बोली जाने वाली भाषा है. पखवारे आयोजन में चार दिनों तक छह प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इसमें लोकगीत, भाषण, कविता पाठ, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा का प्रदर्शन किया. प्राचार्य प्रो राम ने कहा कि हिंदी पखवारे जैसे आयोजन न सिर्फ छात्रों को आत्मविश्वास देते हैं, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति, परंपरा और सामाजिक मूल्यों से भी जोड़ते हैं. हिंदी हमारी पहचान है और हमें इस पर गर्व करना चाहिए. समारोह में विभागाध्यक्ष डॉ कन्हैया सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया. उन्होंने कहा कि हिंदी समय के साथ आगे बढ़ रही है और आज यह तकनीक व रोजगार की भाषा बन चुकी है. कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. विजेताओं को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

