सासाराम सदर. सदर अस्पताल परिसर में शनिवार को एचआइवी, एड्स बचाव व नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सघन अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसकी अध्यक्षता प्राचार्य नीरज कुमार वर्मा ने की. इस दौरान सिविल सर्जन डॉ मणिराज रंजन ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीएनएम स्कूल में पढ़ाई कर रहीं सैकड़ों छात्राएं आने वाले समय में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा देंगी, जो आमजन, युवाओं को जागरूक करेंगी. इनकी जागरूकता ही देश को एड्स मुक्त बनाने बड़ा योगदान होगा. जिला एड्स पर्यवेक्षक डॉ धर्मदेव सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी को सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जागरूक करना विभाग की प्राथमिकता है. ऐसे कार्यक्रम लोगों को सही दिशा और समाज को स्वस्थ संदेश देते हैं. सदर अस्पताल एड्स विभाग की परामर्शी प्रिया कुमारी ने छात्राओं को एचआइवी, एड्स से संबंधित जानकारी दी और कहा कि जागरूकता ही इस बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा साधन है. समय रहते सतर्क रहने पर एचआइवी को नियंत्रित किया जा सकता है. उन्होंने छात्राओं से इस विषय पर खुलकर चर्चा करने और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की अपील करते हुए कहा कि एड्स को लेकर समाज में फैली गलतफहमियों को दूर करना और सुरक्षित जीवनशैली अपनाना अत्यंत आवश्यक है. कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं के बीच बैनर, पोस्टर और हैंडबिल का वितरण किया गया. चलाया जा रहा जागरूकता अभियान जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आशीत रंजन ने कहा कि रोहतास जिला को एड्स मुक्त बनाने के लिए 10 सितंबर से कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसके माध्यम से विभिन्न संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. एड्स एक गंभीर बीमारी है जिसका मुख्य साधन ही जागरूकता है. जब लोग जागरूक होंगे तो एड्स मुक्त जिला बना सकते हैं. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन दिल्ली और बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा संचालित किया जा रहा है. ……जीएनएम स्कूल में एड्स के प्रति छात्राओं को किया गया जागरूक
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