बिक्रमगंज. अंजाबित सिंह महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित प्रथम पूर्ववर्ती छात्र-शिक्षक सम्मेलन सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यादों, रिश्तों और नयी ऊर्जा का संगम बन गया. वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में स्नातकोत्तर विभाग के प्रोफेसर डॉ आनंद किशोर ने कहा कि पूर्ववर्ती छात्र-शिक्षक सम्मेलन से पुरानी यादें ताजा हुई, और एक लंबे अरसे के बाद जब पुराने साथी व गुरुजन मिले तो यह पल बेहद सुखद और उत्साहवर्धक हुआ. बुधवार को आयोजित इस सम्मेलन में देश-प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आये लगभग 25 पूर्व छात्र शामिल हुए. सभी ने अपने छात्र जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए बताया कि कैसे कॉलेज और शिक्षकों से मिला मार्गदर्शन उनके जीवन की दिशा तय करने में सहायक बना. इस मौके पर विभाग की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका का विमोचन हुआ, जिसका संपादन सहायक प्राध्यापक डॉ शशि भूषण ने किया. पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ शंभू शंकर सिंह ने कहा कि ऐसे अवसर न केवल पुराने साथियों को जोड़ते हैं बल्कि यह भावनात्मक रिश्तों को और भी प्रगाढ़ करते हैं. सम्मेलन का उद्घाटन प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश राम, पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ भास्करम व विभागाध्यक्ष डॉ कन्हैया सिंह ने संयुक्त रूप से किया. प्राचार्य ने सुझाव दिया कि इस तरह का सम्मेलन हर विभाग और कॉलेज स्तर पर नियमित रूप से होना चाहिए. पूर्ववर्ती छात्रों का अंगवस्त्र देकर सम्मान किया गया. साथ ही मां के नाम एक पेड़ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया गया. कार्यक्रम का मुख्य संदेश रहा पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ. सम्मेलन का संचालन डॉ कन्हैया सिंह और धन्यवाद ज्ञापन वरीय शिक्षक डॉ राजेश कुमार ने किया. मौके पर प्रो फजल अहमद, परवेज अहमद, डॉ रविकांत पांडे, डॉ सरोज राम, डॉ सरिता कुमारी, मेघा, मुनमुन चौधरी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-छात्र मौजूद रहे. …..पूर्ववर्ती छात्र- शिक्षक सम्मेलन में स्मारिका का हुआ विमोचन
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

