कोचस. राज्य सरकार की ओर से बिजली बिल में की गयी भारी छूट और विभागीय सक्रियता के बाद भी क्षेत्र में बिजली चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. छापेमारी के दौरान उपभोक्ता जुर्माना के तौर पर हजारों रुपये विभाग को देना पसंद कर रहे है, लेकिन बिजली की चोरी बंद करना मुनासिब नहीं समझते हैं. इस पर पूर्णतः रोक लगाने के लिए जहां अधिकारियों की टीम लगातार ग्रामीण इलाकों में छापेमारी कर रही है. वहीं, बिजली बिल में भारी छूट मिलने के बाद भी उपभोक्ता अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इससे एक तरफ जहां राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ इसके रोकथाम में अधिकारियों के जुटे रहने से विभागीय कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं. बिजली आपूर्ति केंद्र के कनीय अभियंता राहुल रंजन ने बताया कि एक अगस्त के बाद प्रखंड के विभिन्न थाने में मीटर बाइपास कर बिजली चोरी कर रहे 24 उपभोक्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसके साथ ही विभाग ने इन उपभोक्ताओं से लाखों रुपये की जुर्माना राशि भी वसूल किया है. उन्होंने बताया कि लगातार छापेमारी अभियान चलाकर बिजली चोरी की घटनाओं में कुछ हद तक अंकुश लगाया गया है. जागरूकता के बाद भी चंद पैसे बचाने की लालच में उपभोक्ता अनावश्यक हजारों रुपये बर्बाद कर रहे हैं. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने गत एक अगस्त से सूबे में सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 125 यूनिट निःशुल्क बिजली योजना धरातल पर लागू कर दी है. ……एक अगस्त के बाद बिजली विभाग ने 24 उपभोक्ताओं के विरुद्ध दर्ज करायी प्राथमिकी
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