पूर्णिया. 23 अप्रैल को कला भवन में आहूत बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह सह विराट क्षत्रिय सम्मेलन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए पूर्व सांसद आनंद मोहन भवानीपुर प्रखंड के कैमई-सोनदीप, असकतिया, भुरकुंडा, बलिया, करमनचक, पिपरा, बहदुरा आदि गांव में सघन जन संपर्क चलाया. उन्होंने कहा कि भारत को भारत बनाने में, इसके यश और कृति के पताके को दिग-दिगंत तक लहराने में हम क्षत्रिय का अहम योगदान है. मुल्क की आजादी में हमारा बलिदान और आजाद भारत के नव निर्माण में हमारे योगदान को कोई नकार नहीं सकता. भारत का इतिहास हमारी शूर-वीरता और पराक्रम का इतिहास है. हमारी तलवारों से टकराकर आक्रांताओं की हिम्मत भारत की तरफ नजर उठाने की नहीं थी, लेकिन आज के दिनों ऐरे-गैरे लोग भी हमें गालियां दे जाते हैं. लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में हमारे पूर्वजों का अपमान कर जाते हैं. हमारे इतिहास के साथ छेड़छाड़ होता है. अब यह कतई बर्दाश्त के काबिल नहीं है. यह वक्त का तकाजा है कि सरकार संसद में इसके खिलाफ सख्त कानून बनायें. उन्होंने बताया कि बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव पर देश भर के दिग्गज नेता पूर्णिया पधारेंगे. उन्होंने स्वाभिमान की इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सभी से 23 अप्रैल को कला भवन आने की अपील की है. गांव के इस सघन जन सम्पर्क में माधव सिंह, अवधेश सिंह, चंदन सिंह, आजाद सिंह, दिलीप सिंह, अशोक सिंह, निहार चंद, नुनु सिंह शंभु सिंह, प्रो. विभाष प्र. सिंह प्रभास सिंह, नीरज कुमार सिंह आदि शामिल हुए.
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