संवाददाता, पटना राज्य में बाढ़ नियंत्रण को लेकर जल संसाधन विभाग सतर्कता के साथ काम कर रहा है. बाढ़ अवधि एक जून से 31 अक्टूबर 2025 में आपदा से निपटने के लिए विभाग की तैयारी पूरी हो चुकी है. सचिवालय स्तर पर सिंचाई भवन में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की शुरुआत 24×7 की तर्ज पर हो चुकी है. यह 31 अक्टूबर 2025 तक काम करेगा. बाढ़ से संबंधित किसी भी आपदा, तटबंध में सीपेज, पाइपिंग, कटाव, क्षरण या जानबूझकर की गई क्षति से जुड़ी सूचना या शिकायत सीधे दी जा सकती है. इसके लिए 24 घंटे सातों दिन कार्यरत टोल फ्री नंबर 1800-3456-145 और फोन नं 0612-2206669 व 0612-2215850 उपलब्ध हैं. इन नंबरों पर प्राप्त शिकायतों और सूचनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी. इसी क्रम में क्षेत्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी इस अवधि में संबंधित मुख्य अभियंता के अधीन उनके मुख्यालय में काम शुरू कर देगा. यह बाढ़ संबंधी सभी सूचनाएं समय पर केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष, पटना को भेजेगा. मुख्य अभियंता (योजना एवं मॉनिटरिंग), पटना का इस केंद्रीय नियंत्रण कक्ष पर प्रत्यक्ष नियंत्रण रहेगा. यह कक्ष अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण योजना एवं मॉनिटरिंग अंचल, पटना के प्रभार में काम करेगा. बाढ़ गश्ती होगी शुरू इसके साथ ही, जल संसाधन विभाग ने बाढ़ गश्ती को लेकर भी स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं. बाढ़ गश्ती नियमावली के अनुरूप सभी पदाधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में तटबंधों का गहन निरीक्षण करेंगे. इससे तटबंधों में सीपेज, पाइपिंग, कटाव आदि की स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा. बाढ़ में काम कर रहे अभियंताओं, कर्मियों, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के स्वयंसेवकों एवं संवेदकों को सुरक्षित रह कर प्रभावी ढंग से तटबंधों को बचाने की कार्रवाई करनी होती है. इसके लिए उन सभी के साथ स्थानीय पुलिस, प्रखंड विकास पदाधिकारी आदि सहित अन्य स्थानीय प्रशासन एवं तटबंध श्रमिकों के साथ टीम बिल्डिंग करायी जाएगी. प्रखंडवार उपरोक्त सभी की मासिक बैठक जून से लेकर अक्टूबर तक करने की व्यवस्था की जायेगी.
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