प्रतिनिधि, मसौढ़ी धनरूआ थाना से मंगलवार को एक नामजद अभियुक्त को छोड़े जाने के कारण मृत के परिजनों ने थाना पहुंच कर जमकर हंगामा किया. वहीं पुलिस पर पैसे लेकर अभियुक्त को छोड़ने का आरोप लगाया है. दरअसल सोमवार की रात एसटीएफ ने हत्या के एक नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर धनरूआ पुलिस को सौंपा था. इधर मंगलवार को धनरूआ पुलिस अचानक उसे थाना से ही छोड़ दिया, जिससे मृतक के परिजनों में रोष था. जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात एसटीएफ ने नामजद अभियुक्त शत्रुघ्न बिंद को गिरफ्तार कर धनरूआ थाना को सौंपा. लेकिन मंगलवार दोपहर पुलिस ने शत्रुघ्न को यह कहते हुए छोड़ दिया कि उसके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं है. गौरतलब है कि इसी वर्ष एक अगस्त को रमजानीचक गांव में 60 वर्षीय रामप्रवेश बिंद पर गांव के ही कुछ लोगों ने हमला कर दिया था. बताया जाता है कि सुबह मामूली कहासुनी के बाद शाम करीब छह बजे सात की संख्या में आरोपितों ने रामप्रवेश के घर पर चढ़ाई कर दी. लोहे के बोल्डर, पत्थर और ईंट से किये गये हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गये. इलाज के दौरान दो अगस्त को पीएमसीएच में उनकी मौत हो गयी. इसके बाद मृतक के पुत्र मिथिलेश बिंद ने गांव के ही नीतीश कुमार, बृजेश कुमार, रज्जू बिंद, शत्रुघ्न बिंद, मदन बिंद, सत्येंद्र बिंद समेत सात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. कोई साक्ष्य नहीं मिला इसलिए छोड़ा : थानाध्यक्ष पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी बृजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस संबंध में थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि शत्रुघ्न बिंद के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला, इसलिए उसे छोड़ना पड़ा.
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