संवाददाता, पटना/फुलवारीशरीफ/जहानाबाद जहानाबाद जिले के मंडल कारा काको में शराब के मामले में बंद एक कैदी के आत्महत्या का मामला प्रकाश में आया है. मृत कैदी कल्पा थाना क्षेत्र के गुहापाकड़ का रहने वाला अखिलेश यादव का पुत्र उज्ज्वल कुमार (26 वर्ष) था, जो मद्य निषेध के पुराने मामले में दो दिन पूर्व जेल गया था, लेकिन 19 सितंबर को उसका शव कारा अस्पताल के बाथरूम में फांसी के फंदे से लटका मिला. आनन-फानन में कैदी को इलाज के लिए कारा अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर मो फैज अहमद ने कैदी को मृत घोषित कर दिया. वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर हत्या करने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक परिजन उज्जवल के शव को बिना पोस्टमार्टम कराये पीएमसीएच से लेकर जाने लगे. साथ ही हंगामा भी किया. उन्हें पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश की, तो एक सब इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी से धक्का-मुक्की भी की. इसके बाद परिजन उज्जवल के शव को एंबुलेंस में ही लेकर निकल गये, जहां फुलवारीशरीफ इलाके में पुलिस ने रोक लिया. पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लगातार विरोध करते रहे. बाद में संबंधित जिला के वरीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गयी. कुछ ही देर में जहानाबाद अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी फुलवारीशरीफ थाना पहुंचे. उन्होंने स्थिति को नियंत्रित किया और उज्जवल के शव को अपने कब्जे में ले लिया. स्मैक जैसे नशे का आदी था कैदी जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि कैदी स्मैक जैसे गंभीर नशे की जद में था. मद्य निषेध के मामले में 18 सितंबर को स्थानीय पुलिस द्वारा मंडल कारा भेजा गया था. 19 सितंबर की रात उल्टी की शिकायत होने पर कारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से वह घूमते-घूमते शौचालय में गया और गमछे से फांसी का फंदा बनाकर खिड़की की रॉड से लटक कर खुदकुशी कर ली. कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच पटना भेजा गया है.
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