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सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को मदद करेगा बैंक
राउंड टेबुल बैठक : बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से बैंकर्स और उद्यमियों के बीच आयोजित बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा पटना :सूबे के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग से जुड़े उद्यमियों को बैंक हर मदद करने को तैयार है. लेकिन, उद्यमियों के प्रस्ताव में पूरी पारदर्शिता नहीं होती. वैसे यहां के उद्योगों की […]
राउंड टेबुल बैठक : बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से बैंकर्स और उद्यमियों के बीच आयोजित बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा
पटना :सूबे के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग से जुड़े उद्यमियों को बैंक हर मदद करने को तैयार है. लेकिन, उद्यमियों के प्रस्ताव में पूरी पारदर्शिता नहीं होती. वैसे यहां के उद्योगों की स्थित उतनी अच्छी नहीं है, जितनी होनी चाहिए.
ये बातें देना बैंक के महाप्रबंधक एडी पाटिल ने गुरुवार को बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित बैंकर्स और उद्यमियों के बीच राउंड टेबल बैठक को संबोधित करते हुए कहीं. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के बिना राज्य का विकास संभव नहीं है, क्योंकि ये आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. बैंक समय-समय पर कमजाेर उद्यमी को पुन: उद्योग शुरू करने में हर संभव मदद करती है, लेकिन कुछ उद्यमियों के कारण बैंक एेसे उद्यमियों को ऋण देने से बचना चाहती है. उद्यमियों द्वारा जो प्रस्ताव आता है उसमें पारदर्शिता नहीं होती है.
सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के उप महाप्रबंधक बी सत्यनारायण ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों को ऋण देने का प्रावधान पूरे देश में एक जैसा होता है, इसलिए बैंक अपनी नीति में बदलाव नहीं कर सकता है. लेकिन, कुछ छूट देने का अधिकार बैंक को होता है, जो उद्योग के पिछले आंकड़े पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि बिहार में कोल्ड स्टाेर और राइस मिलरों की काफी अच्छी स्थित है. यही कारण है कि ऐसे उद्यमियों को बैंक ऋण देने में कभी नहीं हिचकती है.
उन्होंने कहा कि उद्यमी जब तक अपने पैर पर खड़ा नहीं हो जाता है तब तक बैंक को मदद करनी चाहिए. सिंडिकेट बैंक के एसएम आरके पाणी ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक जो नीति बनाती है बैंक उसके आधार उद्यमियों को ऋण दिया जाता है.
स्टेट बैंक के एससी जोब्वार ने कहा कि बैंक हमेशा उद्यमियों के साथ रहा है. बैंक की कोशिश होती है कि अधिक से अधिक उद्यमियों को मदद करें. अब बैंकों में कुछ बदलाव आये हैं. यही कारण है कि उद्योग से संबंधित ऋण प्रस्तावों के निष्पादन कार्य में तेजी आया है.
बैठक में स्टेट बैंक के एजीएम राजेश सिन्हा, एचडीएफसी की तृप्ति सिन्हा, आइसीआइसीआइ के चंदन शाही, इंडियन ओवरसीज बैंक के डीपी सिंह, एसएन ठाकुर, रिजर्व बैंक के जीएम ब्रज राज, बैंक आॅफ इंडिया के एनके सिंह, बैंक आॅफ बड़ौदा के एसी पारिख और राजेश खन्ना ने विचार व्यक्त किये. मौके पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल खेतान ने कहा कि बैंक एक छाता की तरह काम करता है.
जब तक बिहार के उद्यमियों को बैंक का छाता नहीं मिलेगा, तब तक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उघोग का विकास नहीं होगा. ऐसे में बैंक उन्हें मदद करे. बैठक में एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केसरी, केपी झुनझुनवाला, पुष्पा चोपड़ा, संजय गोयनका, सुबोध कुमार सिन्हा, सुबोध गोयल, मनीष कुमार आदि मौजूद थे.
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