10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पटना : समाहरणालय और महेंद्रू घाट सबसे चौड़े, तीन किमी चलना होगा पैदल

छठ घाट. वाहन पार्किंग की सुविधा बाहर, अंतिम चरण में है पुल बनाने का काम पटना : छठ को लेकर विभिन्न घाटों की तैयारी की जा रही है. 22 से 23 अक्तूबर तक सभी घाटों को तैयार कर लिया जायेगा. शहर के दो बड़े समाहरणालय व महेंद्रू घाट पर भी तेजी से काम किया जा […]

छठ घाट. वाहन पार्किंग की सुविधा बाहर, अंतिम चरण में है पुल बनाने का काम
पटना : छठ को लेकर विभिन्न घाटों की तैयारी की जा रही है. 22 से 23 अक्तूबर तक सभी घाटों को तैयार कर लिया जायेगा. शहर के दो बड़े समाहरणालय व महेंद्रू घाट पर भी तेजी से काम किया जा रहा है. इन दोनों घाटों पर जाने के लिए लोगों को सबसे अधिक दूरी का सामना करना पड़ेगा.
क्योंकि, इन दोनों घाटों पर जाने के लिए वाहन का सहारा नहीं मिलनेवाला.भले ही बास घाट से लेकर दीघा की तरफ कई घाटों की दूरी तीन किलोमीटर तक है. मगर वहां घाट तक जाने के लिए वाहन की सुविधा बनायी गयी है. वहीं समाहरणालय व महेंद्रू घाट पर जाने के लिए लोगों को बाहर ही अपने वाहन खड़े करने होंगे. समाहरणालय घाट के लिए गांधी मैदान व महेंद्रू घाट के लिए पटना कॉलेज में वाहन खड़ा करने की सुविधा मिलेगी. इन दोनों घाटों पर सबसे अधिक भीड़ उमड़ती है.
महेंद्रू घाट के लिए बनाया जायेगा पीपा पुल : महेंद्रू घाट में गंगा किनारे जाने के लिए पीपा पुल का निर्माण किया जाना है. सोमवार से पुल बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. पुल बनाने का काम बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से किया जा रहा है. स्थायी घाट से गंगा तट जाने लिए लगभग दो किमी तक की दूरी तय करनी होगी
इसके अलावा समाहरणालय घाट पर ह्यूम पाइप डाल का पुल बनाया गया है. स्थायी घाट से गंगा तट जाने की दूरी लगभग तीन किलोमीटर की होगी. इसके लिए लगभग 60 फुट का चौड़ा रास्ता बनाया जा रहा है.
पटना कॉलेज व कृष्णा घाट : नगर निगम की ओर से अब तक काम शुरू नहीं
पिछले वर्ष कृष्णा घाट को खतरनाक घाटों की सूची में रखा गया था और पटना कॉलेज घाट पर भी महज सौ-डेढ़ सौ मीटर लंबाई का घाट बना था.
दो साल पहले पटना कॉलेज घाट पर भारी असुविधा के बीच काफी मारामारी की स्थिति बन गयी थी. हालांकि, इस वर्ष पटना कॉलेज व कृष्णा घाट को जोड़ कर एक बना दिया गया है. यहां पाथ-वे को दुरुस्त करने में एल एंड टी कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी लगे थे. पाथ-वे के नीचे छठ पूजा की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन निगम की ओर से अब
तक इन घाटों पर काम शुरू नहीं किया गया है. दोनों घाटों पर नीचे की ओर दलदल की स्थिति बनी हुई है. इससे ससमय घाट को तैयार करने में परेशानी होगी. निगम द्वारा अभी एक-एक जगहों पर बालू गिराया गया है, लेकिन समतल करने का काम
शुरू नहीं किया गया है.
गंगा किनारे मिले हैं दोनों घाट, पांच किमी का लंबा घाट
समाहरणालय व महेंद्रू घाट आपस में मिल गये हैं. गंगा के समानांतर समाहरणालय घाट की लंबाई लगभग तीन किमी से भी अधिक हो गयी है. घाट का पाट भी बहुत चौड़ा हो गया है. इसके अलावा महेंद्रू घाट की लंबाई भी दो किमी के लगभग हो गयी है. भले ही इस बार दोनों घाटों से बांस घाट नहीं जुड़ा है, फिर भी दोनों घाटों की लंबाई पांच किमी के लगभग हो गयी हैं. इससे लोगों को वहां पर्व मनाने में काफी सुविधा मिलेगी.
काली घाट : यहां से गंगा सबसे नजदीक
प्रमुख घाटों में एक है काली घाट. इस घाट से ही गंगा सबसे नजदीक बहती है. इससे हजारों की संख्या में छठ व्रती यहां पूजा करने पहुंचते हैं.
पहले भारी भीड़ की वजह से इस घाट पर मारामारी की स्थिति बनी रहती थी, जो इस वर्ष नहीं दिखेगी. घाट को भी काफी बेहतर तरीके से बनाया जा रहा है. इस घाट पर पूजा करने की जगह नहीं मिलेगी, तो आसानी से दूसरे घाट पर भी जगह ले सकते हैं. गुरुवार को यहां घाट पर कई मजदूर काम कर रहे थे, जो नीचे की सीढ़ियों से मिट्टी हटा कर किनारे को समतल कर रहे थे. हालांकि, घाट पर जहां-तहां पसरे पूजा सामग्री से कचरे का ढेर भी दिखा. इस घाट की पहुंच पथ की चौड़ाई कुछ कम है, लेकिन घाट की लंबाई पर्याप्त है.
कदम घाट : काफी छोटा, पर भीड़ ज्यादा
काली व पटना कॉलेज घाट के बीच कदम घाट है, जो काफी छोटा है. घाट की क्षमता काफी कम है, लेकिन काली घाट नजदीक होने की वजह से भीड़ बढ़ जाती है. इस घाट पर भी तेजी से काम शुरू कर दिया गया है. घाट को समतल करने के लिए बालू गिराया गया है. बालू से भरी बोरियों से सीढ़ी बनायी जा रही है, ताकि छठव्रतियों को आवाजाही में दिक्कत न हो. लेकिन, यहां बैरिकेडिंग का काम अब तक शुरू नहीं किया गया है.
पटना. छठ पूजा के लिए घाटों की तैयारी का हाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद देखेंगे. सोमवार को संवाद कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री दानापुर के नासरीगंज घाट से नाव पर सवार होकर पटना सिटी तक के घाटों की हालत देखेंगे. उनके साथ राज्य सरकार के कई मंत्री व अधिकारी के साथ ही पटना जिला प्रशासन, नगर निगम, जल संसाधन, बुडको व बिजली सहित तमाम विभागों के अधिकारी भी रहेंगे. मुख्यमंत्री के निरीक्षण से पहले रविवार को डीएम व नगर आयुक्त ने घाटों का जायजा लिया.
पटना. घाट की मुख्य सड़क से दूरी, घाट की चौड़ाई, घाट के पास पार्किंग की व्यवस्था, पार्किंग स्थल से घाट की दूरी संबंधी विस्तृत जानकारी 18 अक्तूबर तक तैयार कर लें. यह जानकारी आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समाचार पत्रों में प्रकाशित करायी जायेगी.
श्रद्धालुओं को दो दिनों के भीतर खतरनाक घाटों के संबंध में जानकारी दें. यह निर्देश रविवार को डीएम एसके अग्रवाल ने छठ पूजा तैयारी को लेकर जल मार्ग से निरीक्षण करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के घाटों पर छठ व्रतियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी में जो बैरिकेडिंग का कार्य प्रारंभ किया गया है, उसे 22 अक्तूबर तक पूरा करें.
घाट पर ही कैंप करें मजदूर : पटना.नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने लॉ कॉलेज घाट से लेकर महावीर घाट का निरीक्षण किया. इस दौरान विभिन्न कामों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया. कई घाटों पर मजदूर कम होने की स्थिति में घाट पर कैंप करने के निर्देश मुख्य अभियंता को दिये गये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें