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मंजू मैडम की हत्या के बाद गांव में दहशत, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

प्रतिनिधि, असरगंज. असरगंज थाना क्षेत्र के नगर पंचायत स्थित रहमतपुर बासा निवासी 70 वर्षीय पत्नी सेवानिवृत्त प्रभारी प्रधानाध्यापक मंजू उपाध्याय की गुरुवार की रात लुटेरों ने हाथ-पैर बांध कर गला दबाकर हत्या कर दी. उनकी हत्या के बाद गांव में जहां दहशत का माहौल है, वहीं सूचना पर पहुंचे पुत्र और पुत्रवधू का रो-रो कर बुरा हाल है. पहचान छिपाने की नीयत से लुटेरों ने की होगी हत्या. मंजू मैडम के नाम से मशहूर शिक्षिका की हत्या ने क्षेत्रवासियों को झकझोर कर रख दिया. मंजू उपाध्याय घर पर अकेली रहती थी. गुरुवार की रात अपराधी लूट की नीयत से घर में घूसे तो मंजू मैडम ने उसका विरोध किया. इसके बाद अपराधियों ने उसका हाथ-पैर बांध दिया और मुंह में कपड़ा ठूस दिया. लाखों के जेवरात और कीमती समान लूट कर लुटेरा जाने लगा. शायद लुटेरों को मंजू मैडम पहचान गयी होगी. पहचान छिपाने की नीयत से अपराधियों ने उसकी गला दबा कर हत्या कर दी. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लगेगा, लेकिन इस तरह की घटना से जहां ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है, वहीं असरगंज पुलिसिंग पर भी सवाल खड़ा कर रहे है कि अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है. तभी तो इस तरह घर में घूस कर न सिर्फ लाखों रुपये का जेवरात लूटा, बल्कि गृहस्वामी की हत्या कर भी कर दिया. रात भर मां ने नहीं उठाया फोन, सुबह मिली हत्या की सूचना. मृतका घर पर अकेली रहती थी. उनके बड़े पुत्र रूपेश उपाध्याय ने बताया कि उनकी माता 31 दिसंबर 2015 को प्राथमिक विद्यालय असरगंज के प्रभारी प्रधानाध्यापक पद से रिटायर हुई थी. हम और मेरा भाई बंटी उपाध्याय दोनों भागलपुर और देवघर में रहकर ट्यूशन और प्राइवेट नौकरी करते है. मेरी मां रहमतपुर बसा स्थित अपने घर में अकेले रहती थी. गुरुवार की दोपहर से रात तक मैं अपनी मां को लगातार फोन करते रहा, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था. शुक्रवार की सुबह अपने परिचित असरगंज विक्रमपुर निवासी वकील साह को घर भेजा. वकील साह मेरे घर जाकर घटना की जानकारी हमलोगों को दिया. 44 वर्ष पहले पिता की भी डकैतों ने कर दिया था हत्या. दोनों पुत्र , पुत्रवधू व पौत्र सूचना पर घर पहुंचे. जिसके रोने से पूरा गांव का माहौल गमगीन हो गया. मृतका के पुत्र बंटी उपाध्याय ने बताया कि मेरी मां जेवर-गहने पहनने की शौकीन थी. अपराधियों ने मेरे घर से गोदरेज तोड़कर सारा जेवरात ले लिया. उन्होंने बताया कि मेरे पिता की भी 44 वर्ष पूर्व घर में डकैती करने आये अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दिया था. आज फिर डकैती करने आये अपराधियों ने मेरी मां की हत्या कर दी.

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