Motihari: इन्तेजारूल हक,मोतिहारी.देश में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अगर आप कर रहे हैं और घर में पढ़ाई का माहौल नहीं मिल पा रहा है या फिर आवश्यक स्टडी किट्स आप के पास नहीं है तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है. आप के शहर मोतिहारी में जिला नियोजनालय द्वारा संयुक्त श्रम भवन में एक ऐसी लाइब्रेरी चल रही है जो तमाम लाइब्रेरियों से अलग है. अध्ययन के लिए तमाम तरह की आधुनिक संसाधनें मुहैया करायी जा रहा है और एकदम शांत माहौल में बैठने के साथ तैयारी के लिए स्टडी किट्स दिये जा रहे हैं और वह भी पूरी तरह से नि:शुल्क. यूपीएससी, बीपीएससी, एसएससी, रेलवे, बैंकिंग व अन्य प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए पूरी व्यवस्था की गयी है. विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित ऑनलाइन जानकारी भी प्राप्त करने की सुविधाएं मुहैया करायी गयी है. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी एवं स्वरोजगार के लिए नि:शुल्क स्टडी कीट या टूल कीट भी उपलब्ध कराऐ जाते हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार,अभ्यर्थियों को इधर उघर भटकने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है और मन के मोताबिक माहौल रहता है.
प्रतिदिन 50-60 अभ्यर्थी यहां कर रहे हैं तैयारी
जिला नियोजनालय की लाइब्रेरी में अभी प्रतिदिन 50 से 60 अभ्यर्थी यहां अध्ययन कर रहे हैं. दिन के दस बजे लाइब्रेरी खुल जाती है जो शाम पांच बजे तक चला करती है.अभ्यर्थी अपने निर्धारित समय पर आकर बैठते हैं और अपने सपनों को सकार करने के लिए पूरा वक्त देते हैं. इंटरनेट की पूरी सुविधा यहां उपलब्ध है. खास बात यह है कि अभ्यर्थियों को यहां कुछ लाने की जरूरत नहीं पड़ती है.यहां अध्ययन के लिए ये है प्रक्रिया
लाइब्रेरी की सुविधा प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राओं के लिए नियोजनालय में एक आवेदन देना होगा. आवेदन मिलने के साथ आगे की प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जाएगा. एनसीएस पोर्टल पर निबंधित कराया जाएगा. अभ्यर्थियों को एक फोटो व आधार कार्ड की प्रति कार्यालय में जमा कराना होगा. जिससे नियोजनालय में अभ्यर्थी का निबंधन होने के उपरांत उन्हें लाईब्रेरी के लिए नि:शुल्क पंजीयन के बाद अध्ययन करने की इजाजत दी जाती है. अभ्यर्थी सुबह दस बजे से शाम के पांच बजे तक लाभ ले सकेंगे.स्टडी किट्स के लिए योग्यताएं
-नियोजनालय में न्यूनतम छह माह पूर्व का निबंधन-बिहार का मूल निवासी होना चाहिए.
-अभ्यर्थी के वार्षिक पारिवारिक आय तीन लाख से कम हो.-संबंधित परीक्षा के मापदंड के अनुरूप हो.-उम्र संबंधित परीक्षा के मापदंड के अनुरूप हो-दिव्यांगजन,ट्रांसजेंडर,एससी-एसटी,पिछड़ा,अत्यंत पिछड़ा व महिला को प्राथमिकता.
कहते हैं अधिकारी
अभ्यर्थियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जगह कम पड़ने के कारण बगल में ही एक और लाइब्रेरी का प्रस्ताव दिया गया है.मुकुंद माधव,जिला नियोजन पदाधिकारी,पूर्वी चंपारण..डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है