मधुबनी. विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर बुधवार को श्रम अधीक्षक कार्यालय में श्रम कल्याण दिवस सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. साथ ही श्रमिकों के हितार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गयी. इस अवसर पर श्रम अधीक्षक दिनेश कुमार, श्रम प्रवर्तन पदाधिका, ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. मौके पर श्रम अधीक्षक ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए श्रम विभाग द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. वही बाल श्रम को रोकने तथा उन्मूलन के तहत विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई. कहा कि श्रमिक सिर्फ रोज़गार कमाने वाले नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की सबसे मज़बूत रीढ़ हैं. उनके कल्याण के बिना देश की प्रगति अधूरी है. श्रम प्रवर्तन पदाधिकार ने कहा कि सरकार द्वारा असंगठित मजदूरों के लिए शताब्दी एवं प्रवासी योजना चलाई जा रही है. बिहार में काम करने वाले मजदूरों को शताब्दी योजना के अंतर्गत कुल 20 प्रकार का लाभ दिए जा रहे हैं. कार्यशाला में बड़ी संख्या में श्रमिक, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. सभी ने यह संदेश लिया कि श्रम का सम्मान ही सच्चा राष्ट्रधर्म है. वक्ताओं ने श्रमिकों को सरकार द्वारा चलाई जा रही बीमा, पेंशन और स्वास्थ्य सुविधाओं की योजनाओं से अवगत कराया. साथ ही, उन्हें नयी तकनीक और कौशल अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया. मौके पर सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, जीतेद्र सम्राट, मनोज कुमार गुप्ता, गौरव आनंद, विभा कुमारी, दिलीप कुमार यादव, बिक्रम कुमार मौजूद थे.
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