Bihar Politics: भले ही मौजूदा वक्त में बंगाल चुनाव (Bengal Election) में 'खेला होबे' (Khela hobe) स्लोगन लोकप्रिय हो लेकिन असल खेल तो शुक्रवार को बिहार की सियासत (Bihar Politics) में हो गया. एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में रालोसपा (RLSP) के कई दिग्गज नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा (Upendra kushwaha) का साथ छोड़ दिया और लालटेन यानी राजद (RJD) का दामन थाम लिया.
जदयू (JDU) में रालसोपा के विलय से होने की खबरों के बीच पार्टी में मची ये भगदड़ उपेंद्र कुशवाहा के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. हालांकि अभी तक रालसोपा का जदयू में विलय के बार में आधिकारिक तौर पर उपेंद्र कुशवाहा ने चुप्पी साध रखी है. लेकिन माना जा रहा था कि दो दिन बाद यानी 14 मार्च को पार्टी की बैठक के बाद इसका ऐलान हो सकता है. अब एक साथ दिग्गजों सहित कुल 35 रालसोपा नेता राजद खेमे में चले गए. वहां उन्होंने खुले मंच से रालोसपा-जदयू विलय का विरोध किया. हाल ही में कई रालोसपा नेताओं ने जदयू या भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है .
राजद कार्यालय में तेजस्वी यादवी की मौजूदगी में रालोसपा के जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय इकाई के सभी मजबूत नेतागण, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों एवं सभी बड़े पदधारकों ने राजद की सदस्यता ग्रहण की.
इस मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने नेताओं का पार्टी में स्वागत तो किया ही साथ में नीतीश सरकार को निशाने पर ले लिया. उन्होंने मुख्यमंत्री को निशाने पर रखते हुए बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए. कहा कि ये सरकार अपराधियों को बचा रही है. खास तौर पर अपनी पार्टी के वैसे विधायकों को मुख्यमंत्री बचा रहे हैं, जो अपराधिक घटनाओं में शामिल हैं.
RLSP से RJD में शामिल होने वाले नेताओं की सूची
राजद में शामिल होने वालों में रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा, प्रदेश महासचिव निर्मल कुशवाहा, महिला सेल की प्रमुख मधु मंजरी सहित कई बड़े नाम हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि अब अकेले उपेंद्र कुशवाहा का जदयू में विलय होगा क्योंकि पूरी रालोसपा आज राजद में आ गयी है.
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