– आवाजाही करने में आम लोगों को होती है काफी परेशानी कटिहार जिला मुख्यालय में रहने वाले साहबों व जन प्रतिनिधियों के यहां आने जाने वाली सड़क की स्थिति चकाचक है. पर ग्रामीण क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़क में गड्ढे ही गड्ढे है. कोई देखने वाला नहीं है. जिला मुख्यालय के कल्याण चौक पेट्रोल पंप के सामने से एक सड़क निकली है. यह पक्की सड़क गरभेली, धुस्मर, खैरा, रतनपुरा, डंडखोरा होते हुए वाया कंधरपेली दुर्गागंज कदवा तक जाती है. कदवा में यह सड़क बारसोई-बलरामपुर जाने वाली सड़क में मिल जाती है. करीब 22 किलोमीटर की यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी है. पर वर्तमान में यह सड़क जर्जर हो चुकी है व गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. साथ ही पिछले डेढ़ साल से इस सड़क पर भारी वाहन यथा बड़े बड़े ट्रक, हाईवा, जेसीबी, मिक्चर मशीन वाली वाहन सहित अन्य तरह के वाहनों की आवाजाही हो रही है. सैंकड़ों वाहन दिन रात इस सड़क पर दौड़ती है. इन बड़े वाहनों की आवाजाही की वजह से यह सड़क दर्जनों स्थानों पर ध्वस्त हो चुकी है. कदवा, डंडखोरा प्रखंड के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने-जाने का यह मुख्य सड़क है. सड़क की मरम्मती या जीर्णोद्धार नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है. आने वाले दिनों में आंदोलन की तैयारी में जुटे है. उल्लेखनीय है कि गड्ढे में तब्दील हो चुकी इस प्रधानमंत्री ग्राम सड़क को लेकर बजट सत्र में ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ अशोक चौधरी की ओर से दिये गये जवाब अब तक खोखला साबित हुआ है. बजट सत्र के दौरान कदवा विधायक डॉ शकील अहमद खान ने कटिहार जिले के पीडब्ल्यूडी रोड कटिहार कल्याण चौक से डंडखोरा-कंधरपेली तक जाने वाली सड़क की जर्जर स्थिति के बारे में विभागीय मंत्री सवाल किया था. मंत्री डॉ चौधरी ने विधायक के तारांकित के प्रश्न के उत्तर में जवाब दिया कि संबंधित सड़क की मरम्मती चल रही है. बजट सत्र भी समाप्त हो गया तथा मंत्री का जवाब दिये भी तीन महीना से अधिक गुजर गये. पर अब तक संबंधित सड़क में किसी तरह की मरम्मती का कार्य शुरू नहीं की गयी है. अभी भी छोटे-बड़े वाहन हिचकोले खाते हुए ही अपने गंतव्य स्थान की ओर जाते है. यह सड़क दो प्रखंड एवं कटिहार जिला मुख्यालय को जोड़ती है. सबसे अधिक परेशानी महिला डिलीवरी के समय होती है. रात्रि में कोई सवारी जाने को तैयारी नहीं होता है. कभी-कभी महिला की डिलीवरी तो रास्ते में भी हो जाती है. जबकि आये दिन सड़क के ध्वस्त हो जाने की वजह से दुर्घटना होती रहती है. राजकुमार मंडल, उप मुखिया स्थानीय कदवा व डंडखोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से महिलाओं व अन्य गंभीर मरीजों को कटिहार रेफर किया जाता है. वहां ले जाने व कटिहार से लाने में परेशानी होती है. सड़क की जर्जर स्थिति के सुधार को लेकर कोई पहल नहीं हो रही है. जबकि जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है. ओमप्रकाश वर्मा, समाजसेवी द्वाशय, भमरैली, डंडखोरा, विकासनगर, दुर्गास्थान, रतनपुरा, खैरा गांव के लोगों को मुख्य सड़क होने के कारण दिनभर दोपहिया, चार पहिया वाहन से लोगों की आवाजाही इस होकर होती है. पिछले कुछ माह से भारी वाहनों की आवाजाही अधिक हो गयी है. इस सड़क के जर्जर रहने के कारण कई बार दुर्घटना हो चुकी है. कमल विश्वास, उप सरपंच किसान को बाजार तक अपनी अनाज को पहुंचाने में काफी कठिनाई का सामना पड़ता है क्षेत्र की बड़ी आबादी के लिए यह सड़क लाइफ लाइन के रूप में माना जाता है. सड़क के गड्ढे में तब्दील हो जाने की वजह से एंबुलेंस व अन्य बीमार लोगों को भी जाने में कठिनाई होती है. इस मुख्य सड़क की दुर्दशा को देखकर स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है. घनश्याम प्रसाद यादव, शिक्षक
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