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महिला दारोगा से दुराचार के आरोपी मोहनियां डीएसपी फ़ैज़ अहमद खान पर गिरी गाज, पुलिस मुख्यालय ने किया सस्पेंड

कैमूर जिले में उच्च पदाधिकारी का यौन उत्पीड़न का यह कोई पहले नया मामला नहीं है, बल्कि इसके पहले भी कैमूर के एसपी रह चुके पुष्कर आनंद पर तत्कालीन भभुआ डीएसपी निर्मला कुमारी द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी.

कैमूर. महिला दारोगा से दुराचार के आरोपी मोहनियां डीएसपी फ़ैज़ अहमद खान पर आखिरकार गाज गिर गयी. सोमवार को पुलिस मुख्यालय ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. इनके ऊपर अधीनस्थ महिला दारोगा का यौन शोषण करने का आरोप लगा था. कैमूर जिले में उच्च पदाधिकारी का यौन उत्पीड़न का यह कोई पहले नया मामला नहीं है, बल्कि इसके पहले भी कैमूर के एसपी रह चुके पुष्कर आनंद पर तत्कालीन भभुआ डीएसपी निर्मला कुमारी द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी. कैमूर पुलिस अधिकारियों के यौन उत्पीड़न को लेकर लगातार सुर्खियों में रहा है.

जांच में आरोप को सही पाया गया

इस मामले की जांच की मांग पीड़ित महिला दारोगा ने कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा से की थी. मोहनिया डीएसपी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद महिला डिप्टी कलक्टर और महिला थाना प्रभारी सहित तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराया तो जांच में मामला सही पाया गया. इसके बाद कैमूर एसपी ने जांच रिपोर्ट शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा को भेजी. नवीन चंद्र झा द्वारा मोहनिया डीएसपी फैज अहमद खान को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने और मोहनिया से तबादला करने की अनुशंसा की थी. इसके बाद सरकार ने एक्शन लेते हुए इन्हें आज सस्पेंड कर दिया है.

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फोन पर अश्लील चैट करने का था आरोप

दरअसल मोहनिया के डीएसपी फैज अहमद खान द्वारा उनके अधीनस्थ एक महिला सब इंस्पेक्टर के साथ फोन पर अश्लील चैट करने ,उसे लगातार परेशान करने ,उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजने सहित उसे प्रताड़ीत करने की शिकायत की गई थी. जांच टीम ने जांच के दौरान पाया था की महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा जो भी आरोप डीएसपी के ऊपर लगाया जा रहा है, वह सब सही पाया गया. इसके बाद आज मुख्यालय ने उन्हें निलंबित करने उनका मुख्यालय पुलिस महानिरीक्षक केंद्रीय क्षेत्र पटना कर दिया गया है.

क्या था मामला

दरअसल, मोहनिया के एसडीपीओ फैज अहमद खान के अधीन कार्यरत एक महिला सब इंस्पेक्टर ने उन पर आरोप लगाया था कि वह उनके मोबाइल पर लगातार अश्लील मैसेज भेजते रहते हैं. साथ ही थानेदार बनाने का प्रलोभन देकर उनके द्वारा लगातार उत्पीड़न की कोशिश की जाती है. उनकी बात नहीं मानने पर वह लगातार परेशान भी करते हैं. महिला सब इंस्पेक्टर ने इसकी शिकायत एसपी ललित मोहन शर्मा से की गयी.

आंतरिक निगरानी समिति से शिकायत की हुई जांच

उक्त शिकायत पर एसपी द्वारा कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव के लिए बनायी गयी कमेटी आंतरिक निगरानी समिति से शिकायत की जांच करायी गयी. इसकी जांच आंतरिक निगरानी समिति की अध्यक्ष महिला थाने की थानेदार पूनम कुमारी, वरीय उपसमाहर्ता सविता कुमारी, सब इंस्पेक्टर श्रद्धा सुमन, सब इंस्पेक्टर शुभांगी, सिपाही संध्या कुमारी व एसवीपी कॉलेज की प्रोफेसर सीमा पटेल द्वारा की गयी. जांच में पाया गया कि मोहनिया एसडीपीओ फैज अहमद द्वारा महिला सब इंस्पेक्टर को मोबाइल पर लगातार अश्लील मैसेज भेजा जाता था.

तबादला होने के बाद भी करते रहे परेशान

मोहनिया एसडीपीओ का कार्य क्षेत्र से तबादला होने के बाद भी वह महिला सब इंस्पेक्टर के पीछे पड़े रहे. उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजने सहित बात मानने के लिए मजबूर करते रहे. इस पर महिला सब इंस्पेक्टर ने इसकी शिकायत एसपी से की थी. उक्त मामले में पकड़े नहीं जाये, इसके लिए मोहनिया एसडीपीओ द्वारा उक्त महिला सब इंस्पेक्टर को वाट्सएप कॉल व मैसेज करने के बाद उसे डिलीट कर दिया जाता था. आंतरिक परिवार समिति उक्त मामले में दोषी पाये जाने के बाद कार्रवाई की अनुशंसा कर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.

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