जहानाबाद. अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार की युवा इकाई प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के द्वारा लगातार 224वें पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन मखदुमपुर प्रखंड के महमदपुर गांव में किया गया. इस पावन अवसर पर उपस्थित प्रमोद कुमार विशेष लोक अभियोजक उत्पाद ने वृक्ष का महत्व बताते हुए कहा कि वृक्षारोपण का ऐतिहासिक महत्व ऋगवेद में वृक्षों को जीवनदायिनी के रूप में देखा गया है, वहीं धार्मिक महत्व में हिन्दू धर्म में पीपल और बरगद जैसे वृक्षों को पवित्र माना जाता है और भविष्यपुराण के अनुसार पौधारोपण से स्वर्ग की प्राप्ति होती है. शारीरिक महत्व में वृक्षारोपण वायु शुद्ध करता है, ऑक्सीजन प्रदान करता है, मिट्टी के कटाव को रोकता है, भूजल स्तर बढ़ाता है और बाढ़ व सूखे से बचाव में मदद करता है. इसके समग्र महत्व में प्राकृतिक संतुलन, पर्यावरण संरक्षण और मानव कल्याण में अहम भूमिका शामिल है. पेड़-पौधे हमारे अस्तित्व और कल्याण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और जीवन तथा पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वृक्षारोपण से भूमिगत जलस्तर में वृद्धि होती है और मृदा कटाव को रोका जा सकता है. इस अवसर पर रंगेश कुमार, बचनदेव कुमार, कौशल कुमार, विनोद कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, देवेन्द्र शर्मा एवं शिशुपाल सिंह उपस्थित थे.
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