जहानाबाद नगर.
जिले में महिला संवाद कार्यक्रम ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक नयी उम्मीद जगायी है. यह महज एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि जनभागीदारी आधारित सामाजिक आंदोलन बन चुका है, जिसमें अब तक हजारों महिलाएं आत्मविश्वास के साथ मंच से अपनी बात रख चुकी हैं. इसी क्रम में हुलासगंज प्रखंड के दवथू पंचायत अंतर्गत गंगापुर ग्राम संगठन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार का अप्रत्याशित निरीक्षण इस पहल को और भी ऊर्जा प्रदान करने वाला क्षण रहा. मंत्री का यह दौरा इस बात का प्रमाण है कि सरकार योजनाओं को केवल कागजों में सीमित नहीं रख रही, बल्कि जमीनी स्तर पर उसकी प्रगति और प्रभाव को भी गंभीरता से देख रही है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जब तक आधी आबादी का उत्थान नहीं होता, तब तक समाज का संपूर्ण विकास संभव नहीं.
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए दीदी की रसोई, बैंक सखी, पशु सखी और दीदी अधिकार केंद्र जैसे सफल उदाहरणों की सराहना की. उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को आवास योजना से वंचित लाभुकों को चिह्नित कर योजना से जोड़ने तथा शौचालय निर्माण से वंचित परिवारों को 15 दिनों के भीतर लाभान्वित करने का निर्देश देकर यह स्पष्ट कर दिया कि महिला संवाद सिर्फ संवाद नहीं, बल्कि कार्यान्वयन की सक्रिय कार्यशाला बन चुका है. कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने भी खुलकर अपनी आकांक्षाओं को साझा किया. स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता, नल-जल, नाली निर्माण, विद्यालय की गुणवत्ता, रोजगार के अवसर और पेंशन योजना जैसी मूलभूत समस्याओं पर उन्होंने अपनी बात मुखरता से रखी. मंत्री का संवेदनशील और सहभागी रवैया महिला संवाद जैसे कार्यक्रम को और अधिक जीवंत बनाता है. जब नीति निर्माता स्वयं लोगों के बीच आकर संवाद करते हैं, तो उस संवाद की प्रासंगिकता और प्रभावशीलता स्वतः ही कई गुना बढ़ जाती है. बताते चलें कि आज जिले में महिला संवाद कार्यक्रम के 26वें दिन 07 प्रखंडों के सभी चयनित 14 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हुआ. जिले में अब तक 390 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित किया जा चुका है. इन कार्यक्रमों में लगभग 72398 जीविका से जुड़ी एवं 6356 गैर जीविका दीदियां उत्साह पूर्वक भाग ले चुकी हैं. कार्यक्रम में डीडीसी धनंजय कुमार, निदेशक डीआरडीए रोहित मिश्रा, एसडीओ राजीव रंजन सिन्हा, एसडीपीओ संजीव कुमार सहित जिला एवं प्रखंडस्तर के अन्य पदाधिकारी तथा जीविका कर्मी उपस्थित रहे.
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