कलेर. जिला बाल संरक्षण इकाई, अरवल द्वारा टेरी पंचायत सरकार भवन में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत एकदिवसीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला एवं बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत की मुखिया गीता देवी ने की. उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को सशक्त बनाना, उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना और समुदाय को बाल विवाह के खिलाफ जागरूक करना है. उन्होंने कहा कि एक विकसित भारत के निर्माण के लिए बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को जड़ से समाप्त करना जरूरी है. बाल संरक्षण सचिव रेखा कौर और पंचायत सचिव सुरेंद्र चौधरी ने भी बच्चों के अधिकारों, सुरक्षित बचपन और बाल विवाह के दुष्परिणामों पर विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त बाल श्रम, अशिक्षा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए निरंतर जागरूकता और सामाजिक आंदोलन की आवश्यकता है. बैठक में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि, बाल संरक्षण समिति के सदस्य और स्थानीय महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं. सभी ने बाल अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह को खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयास का संकल्प लिया.
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