Jamui Assembly Constituency 2025 News: बरहट . अगहन मास की हल्की खिली-खिली धूप के बीच सोमवार को सुबह से ही चोरमारा गांव में हलचल है. बुजुर्ग की बूढ़ी आंखों में एक आशा की चमक है, तो बच्चे द्वार-द्वार फुदक रहे हैं. हृदय में शांति व आशाओं की दीप जलाये महिलाएं भी घूंघट की ओट से मुस्करा रही हैं. ऐसा लग रहा है कि इस गांव में कोई उत्सव है. हो भी क्यों न, 25 साल बाद इस गांव में लोकतंत्र का उत्सव जो मनेगा. यह गांव नक्सल प्रभावित माना जाता था. ढाई दशक से गांव के लोग आतंक, भय और निराशा के बीच जी रहे थे. इसलिए सोमवार को गांव में विशेष तैयारी है. दूसरे चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इस गांव में भी मंगलवार को मतदान होगा. इसलिए जैसे ही सोमवार को मतदानकर्मी चुनाव कराने गांव पहुंचे, ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक आदिवासी नृत्य के साथ उनका भव्य स्वागत किया. महिलाओं ने पुष्पमाला पहनाकर उनकी मंगल आरती उतारी. बच्चे-युवा खुशी से नृत्य किया. इस दौरान मजिस्ट्रेट डॉ मेनका कुमारी भी ग्रामीणों के उत्साह में शामिल हुईं और कुछ देर तक उनके साथ नृत्य किया. मालूम हो कि प्रशासन ने प्राथमिक विद्यालय चोरमारा को मॉडल मतदान केंद्र के रूप में तैयार किया है.
डीएम-एसपी ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
सोमवार को मतदान दलों को रवाना करते हुए डीएम नवीन कुमार और एसपी विश्वजीत दयाल ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीआरपीएफ और बरहट थाना पुलिस की विशेष तैनाती की गयी है.
25 साल बाद ग्रामीण करेंगे मताधिकार का प्रयोग
चोरमारा गांव पहले नक्सल प्रभावित और दुर्गम इलाका रहा है. सुरक्षा कारणों से पहले यहां का मतदान केंद्र वन विभाग विश्राम स्थल से स्थानांतरित कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोयवा, बरहट में कर दिया गया था. केंद्र के 25-30 किलोमीटर दूर होने के कारण ग्रामीण मतदान से वंचित रह जाते थे. अब क्षेत्र नक्सल मुक्त हो जाने के बाद प्रशासन की पहल पर 25 साल बाद गांव में मतदान केंद्र की वापसी संभव हो सका है.
ग्रामीणों में उत्साह, रातभर मना जश्न
गांव में मतदान की बहाली से ग्रामीणों में खुशी की लहर है. मतदान दलों के स्वागत के बाद गांव में रातभर उत्सव और जश्न का माहौल बना रहा. महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी मतदान को लेकर उत्साहित दिखे.
लोकतंत्र के इस महापर्व में सबकी भागीदारी जरूरी
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि अति पिछड़े क्षेत्र के लोगों की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित होना गर्व की बात है. उन्होंने सभी मतदाताओं से भयमुक्त होकर मतदान करने और लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी निभाने की अपील की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

