सिकंदरा. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की एक बैठक शनिवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में बाबूलाल केवट की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक में भाकपा अंचल कार्यालय की जमीन समेत सिकंदरा मौजा की 21.92 एकड़ भूमि के गलत परिमार्जन का मुद्दा प्रमुख रूप से उठा. बैठक में अंचल सचिव गिरीश सिंह ने आरोप लगाया कि तत्कालीन अंचलाधिकारी विश्वजीत कुमार ने घूस लेकर सीपीआई कार्यालय समेत सिकंदरा मौजा के 50 से अधिक खाता-खेसरा का गलत तरीके से परिमार्जन कर जमीन को किसी अन्य की जमाबंदी में अंकित कर दिया है. उन्होंने जिलाधिकारी से दोषी सीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और परिमार्जन रद्द करने की मांग की. गिरीश सिंह ने कहा कि अगर भ्रष्ट सीओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो भाकपा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी. बैठक में 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में आयोजित महागठबंधन की रैली को सफल बनाने को लेकर भी चर्चा हुई. तय किया गया कि सिकंदरा अंचल से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता रैली में शामिल होंगे. बताया गया कि वोटर अधिकार यात्रा का समापन इसी रैली के जरिये किया जाएगा. बैठक में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर वोट चोरी कर रही है. साथ ही प्रखंड में यूरिया एवं डीएपी खाद की किल्लत और कालाबाजारी पर चिंता जताते हुए जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की गयी है. बैठक में वीरेंद्र सिंह, अनिल सिंह, देवानंद सिंह, सोनी नबाब, महेंद्र चौधरी, शिवशंकर मिश्रा, अनिल मंडल, राजकुमार साव, सिंघेश्वर मोदी, फिरदौस आलम, विनय सिंह, जयप्रकाश सिंह, टेनी सिंह, यंत्री सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे.
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