खैरा. गिद्धेश्वर पहाड़ की ऊंची चोटी पर स्थित प्रसिद्ध पक्षीराज जटायु धाम में आयोजित 24 घंटे का अखंड रामधुन सोमवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया. शरद पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष होने वाले इस धार्मिक आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया. श्रद्धालु सुबह से ही जटायु धाम पहुंचकर बजरंगबली की प्रतिमा की पूजा-अर्चना करते रहे. जानकारी के अनुसार, अखंड रामधुन में आधे दर्जन से अधिक स्थानीय कीर्तन मंडलियों ने अपनी भक्ति भावनाओं से वातावरण को भक्तिमय बना दिया. गिद्धेश्वर की इस ऊंची चोटी पर पिछले दो दशकों से धार्मिक आयोजन होते आ रहे हैं. बता दें कि श्रद्धालुओं के सहयोग से जटायु धाम में हनुमान जी की विशाल मूर्ति की स्थापना एक वर्ष पूर्व की गई थी. यहां पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि तलहटी से चोटी तक की राह ऊबड़-खाबड़ और कंटीली झाड़ियों से भरी हुई है, फिर भी श्रद्धालु अपनी श्रद्धा और विश्वास के बल पर इस कठिन यात्रा को पूरी निष्ठा से तय करते हैं. पूरे धार्मिक अनुष्ठान का समापन विद्वान पंडित रंजीत पांडे के वैदिक मंत्रोच्चारण और विधिवत पूजा के साथ किया गया. कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालु “जय श्रीराम” और “हनुमान जी की जय” के जयकारों से वातावरण को गुंजायमान करते रहे. आयोजकों ने बताया कि शीघ्र ही यहां भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और पक्षीराज जटायु की मूर्तियों की भी स्थापना की जाएगी. इस धार्मिक कार्यक्रम के मुख्य सहयोगी एवं आयोजक गिरधारी यादव, बनारसी यादव, बिरजू यादव, रायपुरा पंचायत के मुखिया प्रभु यादव, परशुराम सिंह, दरोगी साव, बबलू यादव और पंकज पांडे सहित कई लोग सक्रिय रूप से शामिल रहे.
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