हिलसा:-हिलसा अनुमंडल के एकंगरसराय, हिलसा व करायपरसुराय प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत से गुजरने वाली लोकायन नदी मे 2 महीने के अंदर तीसरी बार बाढ़ का पानी आया, हिलसा प्रखंड के धुरी विगहा एकंगरसराय के लाला बिगहा गांव के पास ततबंध टूटा है, धुरी बिगहा मे तीन बार टूटा. हिलसा के पश्चिमी क्षेत्र में अधिकांश जगह से पानी घटने लगा है, धुरीविगहा , छीयासठ बिगहा, फुलवरिया,लक्कड़ बीघा, कुसेता, डोमना बिगहा, मुरलीगढ़, सोहरापुर, जमुआरा, चमंडी, दामोदरपुर, गिलानीपर, बेलदारी विगहा, हरिहर खंधा, हरबंशपुर, कोनियापर, चिकसौरा, मिर्जापुर, मराची, लुच्चन टोला, फिरोजपुर, मराची, बाजीतपुर गांव में बाढ़ की पानी जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस जरूर ली है, वही हिलसा नगर परिषद क्षेत्र के मई गांव, अर्जुन टोला, ढिवरापर, दक्षिणी पटेल नगर, खोरमपुर, लोहरवाबिगहा, द्वारिका नगर, शिवनगर इत्यादि जगह पर बाढ़ का पानी भरा हुआ है. एसयू कॉलेज का खंडहर हॉस्टल के पास इद गीत बाढ़ का पानी जलमग्न है कभी भी भरभराकर गिर सकता है, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर कुमार ने बताया कि शुक्रवार को दो फूट पानी कम हुआ है, सुर्य मंदिर तालाब जलमन्न है. वैसे में नगर वासियों को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, यहा वयस्तम इलाका है,यहा कोचिंग का हव है, बहुत सारे छात्र छात्राएं शिव नगर की ओर से पानी में प्रवेश कर कोचिंग जाते और आते हैं जो की बड़ी घटना होने की आशंका है एक तरफ जर्जर हॉस्टल दूसरी ओर काफी गहरा तालाब है. बाढ़ का पानी गांव से उतरने के बाद गावो में भर गया कीचड़ जलस्तर घटने के बाद हिलसा कि पश्चिमी बाढ़ प्रभावित गांवो मे पानी उतरने लगा है. गांवों में कीचड़ भरा हुआ है. कीचड़ में मवेशी बंधने से उनमें बीमारियां फैलने की आशंका है, कई गांवों के संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी भरा है. जिससे ग्रामीण बाढ़ के पानी में निकलने को मजबूर हैं. बाढ़ का पानी निकलने के बाद घर में कीचड़ भरा हुआ है. कई गांव के लोगों ने कहा कि हैंडपंप बाढ़ के पानी में डूब गया था. बाढ़ का पानी निकलने के बाद कीचड़ भरा हुआ है. हैंडपंप का पानी बदबू दे रहा है. बाढ़ का पानी कई दिनों तक खेत में भरा रहने से धान की फसल को नुकसान बाढ़ के पानी में धान की फसल डूबने के कारण किसानों को फसल सड़कर खराब हो गई है, कोरामा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि तरूण रजक व मिर्जापुर पंचायत के मुखिया मुकेश पासवान ने बताया कि कोरामा व मिर्जापुर पंचायत के कई गांव में जलस्तर घटा है खेतों में लगे हुए धान की फसल खराब हो गई है, स्थानिक किसान रंजीत, नवल यादव, धर्मवीर,सोनू, श्रवण ने बताया कि दो महीना में तीन बार बाढ़ का पानी आया है जून में जब आया था तब खेतों में गर्माधान धान का विछडा लगा था, जुलाई में जब आया तब खेतों में धान रोपा हुआ था, अगस्त में जब बाढ़ का पानी आया तब किसी तरह किसान परिवार एवं दूसरे जिला से लाकर धान रोपा का किए थे. खेतों में धान का फसल सड गया है. मछली पकड़ने की हो रही है प्रतियोगिता लोकयन नदी एवं हिलसा पक्षमी के नदियों में मछली पकड़ने को लेकर प्रतियोगिता जैसा माहौल देखने को मिल रहा है, अब पानी घटने के बाद लोगों के लिए खाना और कमाने का साधन बन गई है, लोग सरका, मच्छरदानी, वंशी, और जाल जैसे साधनों से लगातार मछलियां पकड़ रहे हैं, नदी किनारे सुबह से शाम तक लोगों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है, कोई इन्हे घर ले जाकर परिवार संग खा रहा है कोई बाजार में बेचकर अच्छी आमदनी कर रहा है. सोहरापुर पर जान जोखिम में डालकर युवा लोकायन नदी में कूदकर कर रहे हैं मस्ती भले ही लोकल नदी में जलस्तर कम हुआ है, लेकिन हिलसा को कोरामा पथ के सोहरापुर पुल पर से करीब एक दर्जन युवा पूल पर से कूद कर मस्ती कर रहे हैं,पूल पर चढ़ते हैं और लोकायन के बीचो-बीच नदी में पूल पर से एक एक कर कुद रहे हैं, और मस्ती कर रहे हैं हालांकि यह जान जोखिम से कम नहीं है.
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