चंडी. बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री एवं चंडी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक डॉ. रामराज सिंह की 104वीं जयंती 2 अक्टूबर को डॉ रामराज सिंह महिला महाविद्यालय परिसर में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनायी गयी. इस अवसर पर उनके पुत्र अनिल कुमार ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज राजनीति में उनके जैसे विरले नेताओं का अभाव महसूस हो रहा है. महाविद्यालय में स्थापित उनकी प्रतिमा पर शिक्षाविदों, समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों, शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. समाजसेवी सह आरटीआइ कार्यकर्ता उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्री रहते हुए डॉ. सिंह ने शिक्षा जगत का कायाकल्प किया था. उनकी संकुल शिक्षा प्रणाली को दक्षिण भारत की कई सरकारों ने भी अपनाया. उनका योगदान शिक्षा समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए अविस्मरणीय है. इस मौके पर सत्येंद्र नारायण सिंह, डॉ रामपाल, प्रो योगेंद्र शास्त्री, रेणु देवी आदि ने भी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया.
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