बिंद. बिंद बाजार में माँ दुर्गा व माँ काली कि प्रतिमा विसर्जन जूलूस निकाला गया. माँ दुर्गा की विदाई में श्रद्धालु महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. ढोल-बाजे के साथ निकली माँ दुर्गा की विसर्जन रैली में माता भक्ति गीतों व जय माता दी की जयकारा से वातावरण गुंजायमान हो गया. महिलाओं की जनसैलाब ने माता की खोइछा भरकर विदाई की. महिलाओं की भीड़ को महिलाओं की टीम नियंत्रित कर रही थी. वहीं पुरुष की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तीन दर्जन से अधिक वॉलिंटियर तैनात थे. हर कोई माँ की भक्ति में रंगे नजर आ रहे थे. समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन, राकेश कुमार, अजीत कुमार ने बताया कि बिंद गाँव में 1942 से माता को कन्धे पर पूरे गाँव में घुमाने का रिवाज चलता आ रहा है. माता को कंधे पर नदी घाट तक ले जाया जाता है. माँ की प्रतिमा विसर्जन जुलूस बिंद बाजार से होते महारानी स्थान, देवीस्थान, पुलपर, थाना, बाबा चौक होते हुए शिवालय छठ घाट पहुंची. जूलूस में शामिल महिलाओं ने सिंदूर व फूलों की होली खेली. महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सौभाग्य कि माता से कामना किया. प्रतिमा को कंधा व हाथ लगाने के लिए भक्तों की कतार लगी रही. लोगों को माँ को कंधा देने के लिए अपनी वारी का इंतजार करना पड़ा. जिरायन नदी के शिवाला घाट पर माँ दुर्गा की प्रतिमा को भक्तों के जयकारों के बीच विसर्जन किया गया. थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने पूजा समिति के सदस्यों को नदी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान कोई हादसा न हो इसके लिए सतकर्ता बरतने को कहा. इस मौके पर बिंद पंचायत मुखिया उमेश राउत, गणेश रजक, पप्पू राम, दीपक कुमार, रजनीश कुमार, रासबिहारी कुमार सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.
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