अधिक संपत्ति पाये जाने पर हो सकती है विभागीय नियम पर कार्रवाई
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सृजन के आरोपितों के स्वैच्छिक संपत्ति ब्योरे पर भी जांच
अधिक संपत्ति पाये जाने पर हो सकती है विभागीय नियम पर कार्रवाई इडी की टीम भी कर रही पड़ताल ब्योरे के अनुसार संपत्ति की जांच सृजन के आरोपितों द्वारा स्वैच्छिक ब्योरे के तहत बतायी गयी संपत्ति पर पड़ताल शुरू हो गयी है. एसआइटी की गिरफ्त में आये आरोपित की प्रत्येक वर्ष जारी किये गये संपत्ति […]
इडी की टीम भी कर रही पड़ताल ब्योरे के अनुसार संपत्ति की जांच
सृजन के आरोपितों द्वारा स्वैच्छिक ब्योरे के तहत बतायी गयी संपत्ति पर पड़ताल शुरू हो गयी है. एसआइटी की गिरफ्त में आये आरोपित की प्रत्येक वर्ष जारी किये गये संपत्ति ब्योरे के कागजात को मंगवाया गया है. अभी तक की पड़ताल में यह संभावना जतायी जा रही है कि सृजन के आरोपितों ने स्वैच्छिक ब्योरा देने के विभागीय नियम से भी छल किया है. जिस तरह से घोटाले में आरोपितों की संलिप्तता थी, उससे यह अंदाज लग रहा है कि इनकी संपत्ति कुछ और (गुप्त) ही होगी. सीबीआइ के सहयोग से इडी की टीम संपत्ति की खोज करेगी.
भागलपुर : सृजन के आरोपितों द्वारा स्वैच्छिक ब्योरे के तहत बतायी गयी संपत्ति पर पड़ताल शुरू हो गयी है. एसआइटी की गिरफ्त में आये आरोपित की प्रत्येक वर्ष जारी किये गये संपत्ति ब्योरे के कागजात को मंगवाया गया है.
अभी तक की पड़ताल में यह संभावना जतायी जा रही है कि सृजन के आरोपितों ने स्वैच्छिक ब्योरा देने के विभागीय नियम से भी छल किया है. जिस तरह से घोटाले में आरोपितों की संलिप्तता थी, उससे यह अंदाज लग रहा है कि इनकी संपत्ति कुछ और (गुप्त) ही होगी. सीबीआइ के सहयोग से इडी की टीम संपत्ति की खोज करेगी.
प्रशासन को दिये गये चल-अचल संपत्ति के ब्योरे
जिला परिषद नाजिर राकेश कुमार यादव
खाते में भी लाख का भी नहीं छूआ आंकड़ा
वर्ष 2013-14
नगद: 18 हजार रुपये.
बैंक: 75 हजार रुपये.
बॉंड: 2.5 लाख रुपये की एलआइसी.
ज्वेलरी: 100 ग्राम.
वर्ष 2016-17
नगद: 5600
बैंक: 96 हजार 325 रुपये.
बॉंड: 2.5 लाख की एलआइसी
ज्वेलरी: 100 ग्राम.
भू अर्जन नाजिर राकेश कुमार झा
बैंक खाते में बढ़े पैसे, सोने का भी बढ़ा वजन
वर्ष 2013-14
नगद: 2600 रुपये
नगद: दो लाख 68 हजार 702 रुपये
बॉंड: एनएससी 70 हजार, केवीपी पांच हजार व एलआइसी 10 हजार 781 रुपये.
ज्वेलरी: 10 ग्राम सोना
वर्ष 2016-17
नगद: 1800 रुपये
नगद: पांच लाख 76 हजार 358 रुपये
बॉंड: एनएससी 20 हजार रुपये
ज्वेलरी: 16 ग्राम सोना.
जमीन: छह एकड़ 15 कट्ठ
गोपनीय डीएम के स्टेनो प्रेम कुमार शुक्ला
बैंक में बढ़ी राशि, सोने का भी चढ़ा शौक
वर्ष 2013-14
नगद: 2000 रुपये
बैंक: 30 हजार रुपये.
बॉंड: एलआइसी का वार्षिक प्रीमियम 20 हजार रुपये.
वर्ष 2016-17
नगद: 1000 रुपये
बैंक: 85 हजार 669 रुपये.
बॉंड: एलआइसी का वार्षिक प्रीमियम 20 हजार
ज्वेलरी: 30 ग्राम सोना.
जिला कल्याण विभाग पदाधिकारी अरुण कुमार
नकद घटा पर बैंक में बढ़ा, ज्वेलरी भी हुई वजनदार
वर्ष 2013-14
नगद: 42 हजार रुपये.
बैंक: 39 हजार 958 रुपये.
बॉंड: दो लाख रुपये की एलआइसी.
ज्वेलरी: 40 ग्राम सोना.
घर: बोरिंग रोड पर 7.5 लाख रुपये.
वर्ष 2016-17
नगद: 22 हजार रुपये
बैंक: 95 हजार 185 रुपये.
बॉंड: दो लाख रुपये की एलआइसी
ज्वेलरी: 60 ग्राम सोना.
घर: बोरिंग रोड पर 7.5 लाख रुपये
संपत्ति का ब्योरा देंगे, तभी मिलेगा फरवरी का वेतन
जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने सभी कार्यालय प्रधान को निर्देश दिया कि सभी पदाधिकारी व कर्मी प्रत्येक वर्ष की तरह संपत्ति का ब्योरा विभाग के फॉर्मेट में देंगे. यह फॉर्मेट सभी को 15 जनवरी तक मिल जायेगा. इस फॉर्मेट को सभी 28 फरवरी तक हर हाल में जमा कर देंगे. फॉर्मेट जमा नहीं करने वाले को फरवरी का वेतन नहीं मिलेगा.
दो कर्मियों ने कहा, वर्ष 2008 में लिया था सृजन से लोन
जिले के दो कर्मियों नवगछिया के प्रमोद कुमार व आरटीपीएस के रिजवान आलम ने वर्ष 2008 में सृजन महिला विकास सहयोग समिति से लोन लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि लोन की राशि उन्होंने चुका दिया. प्रशासन ने सृजन घोटाले के बाद अपने सभी कर्मियों से सृजन से लोन लेने को लेकर सूचना मांगी थी.
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