न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच शनिवार को खेले गये पहले वनडे मैच में एक अजीबोगरीब वाकया देखने को मिला. ईडन पार्क, ऑकलैंड में मैच न्यूजीलैंड ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की. लेकिन इससे पहले अंपायर के एक फैसले ने विवाद खड़ा कर दिया. श्रीलंका की पारी के 18वें ओवर की चौथी गेंद पर चामिका करुणारत्ने ने ब्लेयर टिकनर की गेंद को मिड विकेट क्षेत्र की ओर मारा और वह लगभग रन आउट हो गये.
रन आउट नहीं हुए चामिरा करुणारत्ने
चामिरा करुणारत्ने ने जब गेंद को हिट किया तब एक रन आराम से पूरा किया. दूसरा रन लेना काफी मुश्किल भरा था. फिर भी करुणारत्ने दूसरे रन के लिए दौड़ पड़े. गेंद अब टिकनर के हाथ में थी. करुणारत्ने ने वापस ननस्ट्राइकर एंट पर लौटने का प्रयास किया, लेकिन वह जबतक क्रीज तक पहुंचते तबतक टिकनर ने गिल्लियां उड़ा दी. लेकिन अंपायर ने करुणारत्ने को नॉटआउट करार दिया.
बैटरी ने दिया धोखा
इसका कारण यह है कि टिकनर ने गिल्लियां तो जरूर उड़ायी लेकिन उसकी लाइट नहीं जली. बाद में पता चला कि बैटरी खत्म होने के कारण गिल्लियों में लगी लाइट नहीं जलीं. मैच की बात करें तो हेनरी शिपले ने श्रीलंका के बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर रख दिया. इसकी मदद से न्यूजीलैंड ने शनिवार को ऑकलैंड में 198 रन से एक बड़ी जीत दर्ज की. शिपले ने पांच विकेट चटकाये.
शिपले ने चटकाये 5 विकेट
बता दें कि शिपले ब्लैक कैप्स के लिए सिर्फ अपना चौथा मैच खेल रहे थे. शिपले के प्रदर्शन के दम पर न्यूजीलैंड ने मेहमान श्रीलंका को 76 के स्कोर पर रोक दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रीलंका का यह सबसे कम एकदिवसीय स्कोर और उनका पांचवां सबसे कम स्कोर था. 19.5 ओवरों में श्रीलंका की यह दूसरी सबसे छोटी पारी बन गयी. श्रीलंका के शीर्ष स्कोरर एंजेलो मैथ्यूज (18 रन) रहे. इसके बाद केवल तीन बल्लेबाज ही दोहरे आंकड़े तक पहुंचने में कामयाब रहे. इसका मतलब यह हुआ कि छह बल्लेबाज 10 के स्कोर के नीचे आउट हुए.