Shani Jayanti 2025: शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है. वो व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों का फल देने वाले हैं. अगर आप जीवन में संघर्षों और कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो शनि की शांति आपके लिए राहत ला सकती है. शनि जयंती का दिन उनकी कृपा पाने और अपनी गलतियों का प्रायश्चित करने का शुभ अवसर होता है. आइए जानें इस खास दिन का महत्व, पूजा विधि और वो सरल उपाय जिनसे आपके जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है.
शनि जयंती 2025 का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष शनि जयंती 27 मई 2025 को मनाई जाएगी. यह तिथि 26 मई को दोपहर 12:11 बजे से शुरू होकर 27 मई को सुबह 8:31 बजे तक रहेगी. उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, पर्व 27 मई को मनाया जाएगा. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:51 से 12:46 बजे तक रहेगा, जो कि पूजा-पाठ और उपायों के लिए अत्यंत शुभ समय माना जाता है. इस दिन शनिदेव का जन्म माना जाता है, इसलिए यह दिन विशेष फलदायी होता है.
ये उपाय करने से मिलेगी राहत
छाया दान
इस दिन किसी शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की विधिपूर्वक पूजा करें. इसके बाद लोहे या स्टील के कटोरे में सरसों का तेल भरें और उसमें अपनी छवि देखें. फिर उस तेल से भरा कटोरा किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें. यह उपाय शनि की पीड़ा को शांत करने में मदद करता है.
शनि का दान
शनि जयंती पर दान करना अत्यंत शुभ माना गया है. इस दिन काले तिल, काली उड़द, काले वस्त्र, लोहे के बर्तन, कंबल आदि चीजें गरीबों को दान करें. विशेष रूप से चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों और असहाय लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें, क्योंकि शनिदेव ऐसे लोगों की सेवा से प्रसन्न होते हैं.
पश्चाताप और क्षमा याचना
अगर आपने जीवन में कोई गलतियां की हैं, तो इस दिन शनि देव से सच्चे मन से क्षमा मांगें. ऐसा करने से उनके कोप में कुछ कमी आती है और जीवन में धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव महसूस होता है.
शनि मंत्र का जाप
“ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें. साथ ही शनिवार के दिन व्रत रखकर शनि की आराधना करें. यह न केवल कष्टों से राहत दिलाता है, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करता है.
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